नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश में औद्योगिक विकास के आयोजित किए गए ‘रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव’ के साथ पर्यटन क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने आईएटीओ का अधिवेशन हुआ.
इसी क्रम में मुख्यमंत्री की पहल पर भोपाल में दो दिवसीय ‘माईनिंग कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया. कॉन्क्लेव में प्रदेश की खनिज संपदा की विस्तार से जानकारी दी गई और उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया. यादव का मानना है कि राज्य में खनिज की प्रचुर मात्रा और राज्य सरकार की उद्योग नीति, निवेशकों को आकर्षित कर रही है.
भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार को दो दिवसीय ‘माईनिंग कॉन्क्लेव’ का शुभारंभ मुख्य सचिव अनुराग जैन ने किया.
मुख्य सचिव जैन ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का तेज़ी से विकसित होता राज्य है. यह खनिज संपदाओं के लिहाज़ से तो अव्वल है ही, यहां पानी, कोयला एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों की भी प्रचुरता है.
उन्होंने कहा, ‘ईज़ ऑफ डूईंग बिजनेस’ में हमारी सरकार निवेशक को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराती है. एक फॉर्म में जानकारी भरने पर वह सभी संबंधित विभागों तक को चली जाती है और आसानी से उद्योग की अनुमति प्राप्त हो जाती है.
इस दौरान जैन ने कन्वेंशन सेंटर में प्रदेश की खनिज संपदा पर आधारित एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया.
इस मौके पर माईनिंग कार्पोरेशन के एमडी अनुराग चौधरी, विभिन्न हितधारक, उद्योग के नेताओं, शिक्षाविदों एवं प्रमुख खनिज कम्पनियों के प्रतिनिधि और खनिज विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे.
मुख्य सचिव जैन ने कहा कि मध्य प्रदेश विकास के क्षेत्र में देश में अग्रणी है. प्रदेश माईनिंग के क्षेत्र में बहुत तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. देश में बिजली उपलब्धता के क्षेत्र में गुजरात के बाद मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर है. मध्य प्रदेश में 2007 से निरंतर इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन इस बार राज्य में पहली बार पृथक से माईनिंग कॉन्क्लेव का आयोजन हो रहा है.
प्रमुख सचिव, औद्योगिक नीति एवं निवेश राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कॉन्क्लेव में मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं के बारे में प्रेजेंटेशन दिया. सिंह ने मध्य प्रदेश की विशेषताओं की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य वन संपदा में भरपूर है और भारत में इसका 8वां नंबर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश कृषि क्षेत्र में भी अग्रणी है. प्रदेश 7 बार कृषि कर्मण अवार्ड से सम्मानित हो चुका है. स्वच्छता के क्षेत्र में प्रदेश का इंदौर शहर देश में सबसे स्वच्छतम शहर है. सिंह ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में मध्य प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश करने के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं आसानी से उपलब्ध है.
प्रमुख सचिव, खनिज संसाधन संजय कुमार शुक्ला ने कहा कि मध्य प्रदेश माईनिंग के क्षेत्र में बढ़ता हुआ राज्य है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खनिज का अपार भण्डार है. माईनिंग के क्षेत्र में नई तकनीकी का उपयोग किया जा रहा है. पर्यावरण-संरक्षण पर भी ध्यान दिया जा रहा है. संजय शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में अधिक से अधिक खनन के क्षेत्र में आगे आएं और निवेश करें. केंद्रीय हाईड्रोकार्बन महानिदेशक पल्लवी जैन गोविल ने भी संबोधित कियाय
बीएलए पॉवर केसरी संतोष कुमार शुक्ल ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के विजन के अनुसार बनायी गई हर्डल फ्री इंडस्ट्रियल पॉलिसी से इन्वेस्टमेंट बढ़ेगा. माइनिंग कॉन्क्लेव प्रदेश में ओद्योगिक विकास में नया आयाम स्थापित करेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की जागरूकता और समुचित व्यवस्थाओं से हम पूरी तरह संतुष्ट हैं. प्रदेश में औद्योगिकरण के लिए बहुत पोटेंशियल है. यहां पर हम अधिक से अधिक इंवेस्टमेंट करेंगे. चैयरमेन सीआईआई मध्य प्रदेश स्टेट काउंसिल आशीष वैश्य ने कहा कि इस कॉन्क्लेव के माध्यम से प्रदेश में खनन क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा मिलेगा.