नई दिल्ली: इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकॉग) ने अपने बुलेटिन में कहा है कि कोरोनावायरस का ओमीक्रॉन स्वरूप और इससे बने अन्य स्वरूप भारत में प्रमुखता से बने हुए हैं, जिसमें ‘एक्सबीबी’ प्रमुख है.
इन्साकॉग का बुलेटिन सोमवार को जारी किया गया. बुलेटिन के मुताबिक बीए.2.75 और बीए.2.10 स्वरूप भी फैल रहे थे लेकिन कुछ हद तक.
बुलेटिन के अनुसार, ‘विशेष रूप से उत्तर-पूर्व भारत में बीए.2.75 वायरस का प्रचलित स्वरूप रहा है. हालांकि, इस अवधि में गंभीर बीमारी या अस्पताल में भर्ती होने के मामलों में कोई वृद्धि नहीं देखी गई है.’
इन्साकॉग ने कहा कि ओमीक्रॉन और इसके स्वरूप भारत में प्रमुखता से बने हुए हैं. एक्सबीबी पूरे भारत में सबसे प्रचलित स्वरूप (63.2 प्रतिशत) है.
पांच दिसंबर के बुलेटिन में, जो सोमवार को भी जारी किया गया, इन्साकॉग ने कहा कि कुल संक्रमण दर प्रति दिन 500 से नीचे है. इन्साकॉग ने 28 नवंबर के अपने बुलेटिन में कहा था कि ओमीक्रॉन और इसके स्वरूप भारत में प्रमुखता से बने हुए हैं.
कुछ देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत ने निगरानी बढ़ा दी है.
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.
यह भी पढ़ें: RAW के पूर्व प्रमुख ने किताब के लिए नहीं ली मंजूरी, रिटायर्ड अधिकारी पाबंदी की क्यों कर रहे आलोचना