भुवनेश्वर, 27 अगस्त (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कृषि महोत्सव नुआखाई से एक दिन पहले बुधवार को मुख्यमंत्री किसान योजना के तहत तीसरी किस्त के रूप में 51 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में 1,041 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए।
प्रत्येक लाभार्थी को आगामी रबी फसल के मौसम के लिए 2,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त हुई। लाभार्थियों में अधिकतर छोटे और सीमांत किसान हैं।
इस योजना के तहत, ओडिशा भर के पात्र किसानों को दो किस्तों में प्रतिवर्ष 4,000 रुपये मिलते हैं। इसमें से एक किस्त अक्षय तृतीया के दौरान और दूसरी नुआखाई के दौरान मिलती है।
जून 2024 में माझी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से यह ऐसी तीसरी ऐसी किस्त है।
यह धनराशि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खातों में जमा की गई।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री के वी सिंह देव भी उपस्थित थे, जो कृषि विभाग भी संभालते हैं।
उन्होंने राज्य में रिकॉर्ड अनाज उत्पादन पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह सहायता किसानों को 2025-26 के रबी मौसम के दौरान शुरुआती कृषि गतिविधियों के खर्चों को पूरा करने में मदद करेगी।
इससे पहले, जब बीजू जनता दल (बीजद) सरकार सत्ता में थी, तब 46 लाख किसानों को कालिया योजना के तहत 4,000 रुपये प्रति वर्ष दिए जाते थे।
जून 2024 में भाजपा की सरकार बनने के बाद इस योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री किसान योजना कर दिया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि नयी सरकार ने इस योजना के तहत 5 लाख और किसानों को शामिल किया है।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए, माझी ने कहा कि भाजपा सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम किसानों की आय को दोगुना करने के बजाय, कई गुना बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार इस दिशा में काम कर रही है।’ उन्होंने किसानों से अपनी आय बढ़ाने के लिए अपनी गतिविधियों में विविधता लाने का आह्वान किया।
माझी ने कहा, ‘‘हम सिर्फ़ धान की खेती करके अच्छी कमाई नहीं कर सकते। चूंकि ओडिशा के ज़्यादातर किसान छोटे या सीमांत हैं, इसलिए उन्हें अपनी आय बढ़ाने के लिए मछली पालन, मुर्गी पालन और अन्य फसलें भी अपनानी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि पात्र किसानों की आय पिछले 14 महीनों में कम से कम 58,000 रुपये बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि किसानों को 2,300 रुपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अलावा प्रति क्विंटल धान पर 800 रुपये अतिरिक्त मिल रहे हैं, जिसका मतलब है कि वे 3,100 रुपये प्रति क्विंटल कमा रहे हैं।
गणेश पूजा के अवसर पर मुख्यमंत्री ने यहां ओडिशा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में ‘किसान भवन’ और ‘प्रशिक्षुओं के लिए एक छात्रावास’ का उद्घाटन किया।
भाषा अमित पवनेश
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