भुवनेश्वर, एक सितंबर (भाषा) ओडिशा में विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने सोमवार को दावा किया कि राज्य में उर्वरक संकट को कम करने के लिए ओडिशा सरकार द्वारा उठाए गए कदम ‘‘नाकाफी हैं और बहुत देर से’’ उठाए गए हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि किसानों को ‘‘आखिरी समय में कार्रवाई’’ करने की नहीं, बल्कि समय रहते योजना तैयार किए जाने की जरूरत है।
पार्टी की यह टिप्पणी राज्य सरकार द्वारा रविवार को उर्वरक की अनियमित आपूर्ति के आरोप में कुछ उर्वरक विक्रेताओं और दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद आई है, जिसके कारण कुछ जगहों पर किसानों ने आंदोलन किया।
राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने दावा किया कि चालू खरीफ सीजन के दौरान उर्वरक की कोई कमी नहीं है।
ओडिशा विधानसभा में विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने मलकानगिरी, गंजम और नवरंगपुर में किसानों के सड़कों पर उतरने के बाद केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जे पी नड्डा को पत्र लिखकर उनके हस्तक्षेप की मांग की है।
बीजद प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने दावा किया कि यह स्पष्ट है कि पटनायक द्वारा नड्डा को लिखे गए पत्र के बाद ही राज्य सरकार कालाबाजारी के खिलाफ कार्रवाई करने को मजबूर हुई।
मोहंती ने कहा, ‘‘सरकार की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि लाखों किसानों द्वारा सामना किए जा रहे संकट को लेकर सरकार आखिरकार जाग गई है, लेकिन घोषित उपाय जमीनी स्तर पर स्थिति की गंभीरता को समझने के लिए नाकाफी हैं और ये बहुत देर से उठाए गए कदम प्रतीत होते हैं।’’
उन्होंने कहा कि किसानों को सक्रिय योजना और समय पर आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।
राज्य सरकार ने रविवार शाम एक बयान में अपने कार्यों के बारे में विस्तार से बताया और दावा किया कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। सरकार ने किसानों से अनुरोध किया कि वे किसी भी भ्रामक खबर को लेकर परेशान न हों।
भाषा सुरभि मनीषा
मनीषा
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