भुवनेश्वर, छह मई (भाषा) ओडिशा सरकार ने पिछले कुछ महीने में राज्य के कुछ सरकारी और निजी अस्पतालों में आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर अधिकारियों से अपने-अपने क्षेत्रों के सरकारी स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में अग्नि सुरक्षा निरीक्षण 15 दिन में पूरा करने को कहा है।
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव अश्वथी एस ने कल शाम बैठक के दौरान अग्निशमन अधिकारियों, विद्युत निरीक्षकों, सड़क एवं भवन विभाग के अभियंताओं और मुख्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किए।
बैठक के दौरान अश्वथी ने अधिकारियों को ऑपरेशन थिएटर (ओटी), गहन चिकित्सा इकाइयों (आईसीयू), नवजात शिशुओं की विशेष देखभाल इकाइयों (एसएनसीयू) और सीटी स्कैन या एमआरआई मशीनों जैसे भारी बिजली लोड वाले उपकरणों की प्राथमिकता से जांच का निर्देश दिया जो बिजली से जुड़ी दुर्घटनाओं के लिहाज से अधिक संवेदनशील हैं।
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि इमारतों में बिजली के तारों के साथ जनरेटर का उचित और सुरक्षित कनेक्शन सुनिश्चित किया जाए ताकि किसी भी संभावित शॉर्ट सर्किट को रोका जा सके।
अधिकारी ने बताया कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अस्पताल के भवन के निर्माण की शुरुआत से ही या योजना के चरण में अग्नि सुरक्षा संरचनाओं को शामिल किया जाना चाहिए ताकि निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अग्नि सुरक्षा के लिए तोड़फोड़ करने की जरूरत न पड़े।
उन्होंने कहा कि साथ ही अग्निशमन अधिकारियों, विद्युत निरीक्षकों, सड़क एवं भवन विभाग के अभियंताओं और मुख्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अधिकारियों की संयुक्त समितियों को जमीनी स्तर पर निरीक्षण करने, खामियों की पहचान करने और 15 दिन के भीतर योजनाओं के साथ आवश्यक सुधारात्मक उपायों की एक विस्तृत सूची प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
भाषा खारी वैभव
वैभव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.