भुवनेश्वर/बालासोर/भद्रक, 25 अगस्त (भाषा) उत्तरी ओडिशा के बालासोर, भद्रक और जाजपुर जिलों के बड़े इलाके, नदियों आई उफान के कारण जलमग्न हो गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक प्रभावित बालासोर जिले में बालीपाल, बस्ता, भोगराई और जेलेश्वर प्रखंड सुवर्णरेखा के उफान पर बहने के कारण जलमग्न हो गए।
पड़ोसी भद्रक जिले में उफान पर आई बैतरणी नदी के पानी के कारण जिले के धामनगर और भंडारीपोहगरी प्रखंड में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गयी है। जिले के अखुआपाड़ा में नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
जाजपुर के दशरथपुर ब्लॉक में कानी नदी के तटबंध में दरार आने के कारण कई गांव जलमग्न हो गए। सुंदरगढ़ जिले के कुछ हिस्से भी बैतरणी नदी के कारण जलमग्न हो गए हैं।
जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता चंद्रशेखर पाधी ने कहा, ‘‘एक अन्य नदी ब्राम्हणी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है।‘‘
उन्होंने बताया कि सुबह दस बजे बालासोर के राजघाट पर सुवर्णरेखा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी।
उन्होंने कहा, ‘सुवर्णरेखा का जलस्तर कुछ घंटों में कम हो सकता है लेकिन ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण यह फिर से बढ़ जाएगा। बारिश के कारण जमसोलाघाट में जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है।’
पाधी ने कहा कि जाजपुर के कास्पा में अहियास बाजार के पास बैतरणी की सहायक नदी कानी के तटबंध में 30 मीटर की दरार आ गई है।
उन्होंने बताया कि इस दरार के कारण दशरथपुर ब्लॉक के कई गांवों में बाढ़ आ गई है।
उन्होंने कहा, ‘जैसे ही जल स्तर कम होगा, हमारे लोग और सामग्री दरार की मरम्मत के लिए तैयार हैं।’
सुंदरगढ़ जिले के बोनाई ब्लॉक में भारी बारिश के बाद ब्राह्मणी नदी उफान पर आ गई।
बाढ़ का पानी जांगला के पास सिया जोरा पुल को डुबोने के करीब पहुंच गया है जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। जिले के जांगला, जकेइकेला और लालेई इलाकों में पानी पहले ही खेतों में पानी भर चुका है।
खराब मौसम के मद्देनगर भद्रक के कुछ हिस्सों में स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र दो दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।
आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि प्रभावित जिलों के प्रशासन को तत्काल बचाव एवं राहत कार्य शुरू करने को कहा गया है।
भाषा सुमित रंजन
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