भुवनेश्वर, 25 मार्च (भाषा) ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक लगभग दो साल बाद यहां शुक्रवार को शुरू हुए ओडिशा विधानसभा के बजट सत्र में शामिल हुए। सत्र में शामिल होने से पहले पटनायक ने विधानसभा परिसर में बीजद विधायक दल की एक बैठक की अध्यक्षता की और सत्तापक्ष के सदस्यों को विपक्ष की तरफ से पेश की जाने वाली चुनौतियों का सामना करने के तरीके बताए।
विपक्ष ने पहले ही, चुनावी हिंसा में कथित वृद्धि और राज्य में कानून व्यवस्था की कथित बिगड़ती स्थिति के मुद्दे पर सरकार को घेरने की घोषणा की है। संसदीय कार्यमंत्री बी के अरुखा ने कहा, “सरकार, विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। पार्टी, ओडिशा के प्रति केंद्र सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये और आवश्यक वस्तुओं तथा ईंधन की कीमतों में वृद्धि जैसे मुद्दों को भी उठाएगी।”
पटनायक कोविड-19 महामारी के दौरान डिजिटल माध्यम से आधिकारिक बैठकों और विधानसभा की कार्यवाही में शामिल हो रहे थे लेकिन विपक्ष का आरोप था कि वह सदन की बैठकों में उपस्थित नहीं होते। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने आरोप लगाया था कि पटनायक कलिंग स्टेडियम में खेल संबंधित आयोजनों में जाते थे और विधानसभा के बाहर सड़क पर टहलते थे लेकिन सदन में नहीं आते थे।
मुख्यमंत्री पर यह भी आरोप लगाया गया कि वह पंचायत चुनाव से पहले ‘बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना’ स्मार्ट कार्ड शुरू करने के उद्देश्य से विभिन्न जिलों में गए लेकिन लोकसेवा भवन में उपस्थित नहीं हुए। दिसंबर में सत्तारूढ़ दल की इस बात को लेकर भी आलोचना की गई कि पटनायक ने यहां विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान एक सरकारी रेस्तरां का उद्घाटन किया लेकिन सदन में नहीं आए।
भाषा यश शाहिद
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