भद्रक (ओडिशा), 20 मई (भाषा) ओडिशा में भद्रक जिला प्रशासन ने पारंपरिक मिठाई ‘पलुआ लाडू’ के लिए भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग हासिल करने की पहल की है।
ये पारंपरिक मिठाई अपने विशिष्ट स्वाद और बनाने के अनोखे तरीके के लिए जानी जाती है।
जिलाधिकारी दिलीप राउत्रे ने सभी विभागीय प्रमुखों, तहसीलदारों और खंड विकास अधिकारियों को आधिकारिक बैठकों एवं कार्यक्रमों के दौरान मेहमानों के लिए परोसे जाने वाले तैयार पैकेट में ‘पलुआ लाडू’ को शामिल किए जाने के निर्देश दिए थे। इस निर्देश के बाद ये पहल शुरू की जा रही है।
राउत्रे ने कहा, ‘‘जीआई टैग हासिल करने से ‘पलुआ लाडू’ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत सुरक्षित रहेगी और भद्रक को एक विशिष्ट पहचान मिलेगी।’’
उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा, स्थानीय हलवाई प्रोत्साहित होंगे और ओडिशा की समृद्ध विरासत को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित किया जा सकेगा।
‘पलुआ लाडू’ को ओडिशा और उसके बाहर भी इसके समृद्ध स्वाद तथा ‘पलुआ’ (अरारूट पाउडर), सूजी और चीनी जैसी सरल, सामग्री के उपयोग से तैयार की जाने वाली पारंपरिक विधि के लिए पसंद किया जाता है।
यहां एक अधिकारी ने बताया कि जीआई टैग प्राप्त करने की पहल को इसकी प्रामाणिकता की रक्षा करने, नकल को रोकने और भद्रक के हलवाइयों के कौशल को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
भाषा यासिर नरेश
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