(गुंजन शर्मा)
नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट)-स्नातक के बारे में फर्जी दावों पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने गलत सूचना फैलाने में शामिल 106 टेलीग्राम और 16 इंस्टाग्राम चैनलों की पहचान की है। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
नीट को लेकर चिंताओं (पर्चा लीक) को साझा करने के लिए एनटीए द्वारा शुरू की गई समर्पित पोर्टल पर कथित प्रश्नपत्र लीक के 1,500 से अधिक दावे सामने आए हैं।
नीट (स्नातक) 2025 परीक्षा प्रक्रिया की सुचिता की रक्षा के लिए एक निर्णायक कदम में, एजेंसी ने धोखाधड़ी से जुड़े कुछ टेलीग्राम और इंस्टाग्राम चैनलों पर कार्रवाई शुरू की है, जो प्रश्न पत्र तक पहुंच का दावा करते हैं।
एक सूत्र ने कहा, “संदिग्ध दावों की रिपोर्टिंग के लिए हाल में शुरू पोर्टल के माध्यम से प्राप्त जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, एनटीए ने गलत सूचना फैलाने और छात्रों को गुमराह करने की कोशिश में लगे 106 टेलीग्राम और 16 इंस्टाग्राम चैनलों की पहचान की है।”
सूत्र ने कहा, “इन मामलों को आगे की कानूनी और जांच संबंधी कार्रवाई के लिए औपचारिक रूप से गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) को भेज दिया गया है।”
एनटीए ने टेलीग्राम और इंस्टाग्राम से अनुरोध किया है कि वे अभ्यर्थियों के बीच झूठ और अनावश्यक दहशत फैलने से रोकने के लिए इन चैनलों को तुरंत बंद कर दें।
सूत्र ने कहा, “टेलीग्राम और इंस्टाग्राम से आग्रह किया गया है कि वे इन समूहों के प्रशासकों और संचालकों का विवरण कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ साझा करें, ताकि त्वरित जांच और अभियोजन किया जा सके।”
मेडिकल प्रवेश परीक्षा चार मई को आयोजित की जानी है।
शिक्षा मंत्रालय (एमओई) सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक आयोजित कर रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगामी नीट-स्नातक में कोई चूक न हो।
मंत्रालय पिछले वर्ष की कथित अनियमितताओं, जिसमें पेपर लीक भी शामिल है, के मद्देनजर एक व्यापक योजना लागू कर रहा है।
पुलिस सुरक्षा में प्रश्न-पत्रों का परिवहन, संगठित धोखाधड़ी रैकेट की पहचान करने के लिए कोचिंग सेंटरों की निगरानी, केंद्रों पर एनटीए द्वारा निर्दिष्ट सुरक्षा के अलावा जिला पुलिस द्वारा बहु-स्तरीय तलाशी, शिक्षा मंत्रालय के नेतृत्व में एनटीए द्वारा उठाए जा रहे कदमों में शामिल हैं।
नीट-स्नातक और पीएचडी प्रवेश परीक्षा नेट में पिछले साल की अनियमितताओं की जांच के बाद, केंद्र ने एनटीए द्वारा आयोजित परीक्षाओं के “पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष” संचालन को सुनिश्चित करने के लिए पिछले साल एक समिति का गठन किया था।
यूजीसी-नेट (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा) को पिछले वर्ष रद्द कर दिया गया था, क्योंकि मंत्रालय को सूचना मिली थी कि इसकी विश्वसनीयता से समझौता किया गया है।
दोनों मामलों की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही है।
दो अन्य परीक्षाएं – सीएसआईआर-यूजीसी नेट, नीट-परास्नातक – को अंतिम समय में एहतियाती कदम के तौर पर रद्द कर दिया गया।
एनटीए ने नीट-स्नातक के संबंध में संदिग्ध दावों की जानकारी देने के लिए पिछले सप्ताह संदिग्ध दावा रिपोर्टिंग पोर्टल शुरू किया था।
भाषा प्रशांत पवनेश
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