नई दिल्ली: राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा सोमवार को अयोध्या पहुंच रहे है. वे अपने इस दौरे के दौरान मंदिर निर्माण की तैयारियों की समीक्षा करेंगे. वहीं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्यों के साथ मंदिर परिसर का निरीक्षण करेंगे.
ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने दिप्रिंट कहा,’मंदिर निर्माण का काम चरण दर चरण में होना है. मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष होने के नाते वे अयोध्या पहुंच रहे है. मंदिर निर्माण के लिए 48 माह (2024) की समय सीमा तय की गई है.’
कामेश्वर चौपाल ने आगे कहा, ‘इस समस सीमा के हिसाब से ही निर्माण के सभी कामों के समय को तय किया जाएगा कि कितने समय में कितना निर्माण संबंधी कार्य होना चाहिए. इसके अलावा मंदिर निर्माण में लगी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) कंपनी के साथ चर्चा भी करेंगे.’
एक विश्वस्त सूत्र ने दिप्रिंट को बताया ,’मंदिर ट्रस्ट16 दिनों के पितृ पक्ष के समाप्त होने के बाद राम मंदिर का निर्माण के कार्य करने के लिए तैयार है. एलएंडटी कंपनी भी परिसर में मंदिर की नींव रखने की तैयारी कर रहा है.’
सूत्र ने यह भी बताया, ‘श्रीराम मंदिर निर्माण और अयोध्या के विकास को लेकर लगातार पीएमओ द्वारा निगरानी की जा रही है. इसलिए कई एजेंसियों को आगामी दिनों में पर्यटकों की संख्या को देखते जनसुविधाएं विकसित करने की योजना तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है.’
सूत्र ने बताया, ‘शहर में कैसे राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं जुट सके इसके बारें में वे अफसरों से एक बैठक कर चर्चा करेंगे. इसके अलावा मिश्रा राम मंदिर नींव की खुदाई के पहले पूरे परिसर का जायजा भी लेंगे. उनका फोकस मंदिर निर्माण को आगे कैसे बढ़ाया जाए इस पर होगा. इस दौरे के दौरान वे ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और अन्य लोगों से भी मुलाकात करेंगे.’
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वीएचपी के प्रवक्ता शरद शर्मा ने दिप्रिंट से कहा, ‘मंदिर की नींव खुदाई की तैयारी शुरु हो रही है इसलिए मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष होने के नाते सोमवार को नृपेंद्र मिश्रा अयोध्या आ रहे है.’
शर्मा ने यह भी बताया, ‘हाल ही में ही मंदिर का मानचित्र भी पास हुआ है अब आगे क्या होगा इस पर वे अधिकारियों के साथ चर्चा भी करेंगे. आठ और नौ सितंबर वे यहीं रुककर काम का जायजा भी लेंगे.’
राम मंदिर के लिए नक्शा स्वीकृति होने के बाद मन्दिर निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी तेज हो गई है. इस बीच श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की नींव की मृदा परीक्षण की रिपोर्ट आईआईटी चेन्नई से भी आ गई है.
हालांकि, अभी सीबीआरआई रुड़की की भूंकप रोधी रिपोर्ट आने का इंतजार है. दोनों रिपोर्ट आने के बाद ही एनएलटी नींव निर्माण की वास्तविक डिजाइन के अनुरूप खुदाई शुरू करेगी.
गौरतलब है कि श्रीरामजन्मभूमि परिसर में 2.46 एकड़ भूभाग पर राम मंदिर का भव्य तीन मंजिला मंदिर बनाने का नक्शा हाल ही में पास हो गया. संपूर्ण परिसर 67.73 एकड़ का होगा. पूरे मंदिर परिसर का कुल क्षेत्रफल 2 लाख 74 हजार 110 वर्गमीटर है. इसमें 12 हजार 789 वर्ग मीटर कवर्ड एरिया में तीन मंजिला मुख्य मंदिर होगा.
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