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Sunday, 17 November, 2024
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जम्मू-कश्मीर में भारत या तिरंगे का विरोध कोई नहीं कर सकता: उपराज्यपाल

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जम्मू, 12 फरवरी (भाषा) जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर में भारत या तिरंगे का विरोध कोई नहीं कर सकता और केंद्र के सहयोग से हम केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद के परितंत्र के खात्मे की दिशा में काम कर रहे हैं।

उपराज्यपाल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को स‍ंबोधित करते हुए यह भी बताया कि कोविड-19 के मामलों में गिरावट को देखते हुए दो हफ्तों के अंदर शिक्षण संस्थानों को फिर से खोला जाएगा।

उन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपनी जान देने वाले जम्मू कश्मीर के जवानों के परिजनों के लिये अनुग्रह राशि पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने की भी घोषणा की।

सिन्हा ने कहा कि देश के हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर में अब भारत या राष्ट्रीय ध्वज के विरोध के लिए कोई जगह नहीं है। जो कोई भी आपत्ति उठाने की कोशिश करेगा, उसके साथ संविधान के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा।”

उन्होंने कहा कि आतंकी गतिविधियों में उल्लेखनीय गिरावट आई है और केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करने के प्रयास जारी है।

उपराज्यपाल ने कहा, “पिछले ढाई महीनों में, आतंकवाद के खिलाफ अभियान में कई विदेशी आतंकवादी मारे गए। मैंने कई बार कहा है कि यह एक पारिस्थितिकी तंत्र है। आतंकवादी किसी के कहने पर निर्दोषों को मार रहे हैं या ग्रेनेड फेंक रहे हैं। कोई उन्हें साजो-सामान प्रदान कर रहा है और उन्हें गुमराह कर रहा है और उकसा रहा है।”

उन्होंने कहा, “आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है, आतंकी भर्ती में नियंत्रण और कमी लाने और युवाओं को रोजगार देने की कोशिशें भी की जा रही हैं। हम आतंकवाद के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करने के लिए काम कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रणाली बनाई गई थी कि जम्मू-कश्मीर या केंद्र के खजाने से एक पैसा भी आतंकवाद से जुड़े व्यक्ति के पास न जाए। उन्होंने कहा, “हम इस पर काम कर रहे हैं और इस संबंध में हमें काफी सफलता मिली है। अगर अब भी कुछ रिसाव है, तो उसे ठीक करने का काम चल रहा है और हम इसमें सफल होंगे।”

सिन्हा ने कहा कि लक्ष्य देश के अन्य हिस्सों की तरह लोगों को शांतिपूर्ण माहौल प्रदान करना है जहां लोग शांति से रहते हैं।

उन्होंने कहा, “जिस दिन यहां के लोग हरियाणा और भुवनेश्वर में अपने समकक्षों की तरह रहना शुरू कर देंगे, लक्ष्य प्राप्त हो जाएगा… लक्ष्य बड़ा है लेकिन हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और मासिक आधार पर इसकी समीक्षा कर रहे हैं।”

पूर्व के साथ मौजूदा स्थिति की तुलना करते हुए, उपराज्यपाल ने कहा, “जम्मू कश्मीर में एक जादुई बदलाव आया है। पथराव इतिहास बन गया है और दुकानदार अब डर के मारे अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर नहीं हैं। दुकानदार मुझे बता रहे हैं कि उन्होंने ऐसे सुनहरे दिन नहीं देखे थे। प्रगति अच्छी है और हम अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।’

शुक्रवार को कोविड-19 स्थिति की अपनी नवीनतम समीक्षा का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अगले दो हफ्तों के भीतर सभी स्कूल और कॉलेज फिर से खुल जाएंगे।

उन्होंने कहा, “स्कूल और कॉलेज खोलने का समय आ गया है। हम सोमवार से 9 से 12 तक की कक्षाएं और अगले सप्ताह (21 फरवरी) से बाकी कक्षाएं खोल रहे हैं। सभी स्कूल और कॉलेज अगले दो सप्ताह के अंदर खुल जाएंगे।”

भाषा

प्रशांत उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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