नई दिल्ली : नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए टीकाकरण में तेजी, मानसून में सुधार, सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे के निवेश पर जोर और निर्यात में वृद्धि से अर्थव्यवस्था में एक मजबूत वृद्धि की उम्मीद है.
कुमार ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमानों में कमी के बावजूद भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शुमार रहेगा.
उन्होंने कहा, ‘तेजी से टीकाकरण, मानसून बेहतर रहने से कृषि उपज बेहतर रहने की संभावना, सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे के निवेश पर जोर, निर्यात जैसे क्षेत्रों ने अप्रैल-जून 2021 के दौरान शानदार प्रदर्शन किया है.’
उन्होंने ‘अर्थनीति’ से साक्षात्कार में कहा, ‘हमें वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही के दौरान उपभोग में सुधार की भी उम्मीद है.’
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश के वृद्धि दर के अनुमान को पहले के 10.5 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया है, जबकि विश्वबैंक ने 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था के 8.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है.
कुमार के अनुसार कोविड की दूसरी लहर के बाद प्रतिबंधों में चरणबद्ध तरीके से छूट के बाद आर्थिक गतिविधियों ने गति पकड़ी है.
सरकार ने भी स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, कृषि, बुनियादी ढांचे, एमएसएमई और निर्यात पर ध्यान केंद्रित करते हुए 6.3 लाख करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज दिया है.
वैश्विक अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि विश्वबैंक का अनुमान है कि 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए टीकाकरण में तेजी, मानसून में सुधार, सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे के निवेश पर जोर और निर्यात में वृद्धि से अर्थव्यवस्था में एक मजबूत वृद्धि की उम्मीद है.
कुमार ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के अनुमानों में कमी के बावजूद भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शुमार रहेगा.
उन्होंने कहा, ‘तेजी से टीकाकरण, मानसून बेहतर रहने से कृषि उपज बेहतर रहने की संभावना, सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे के निवेश पर जोर, निर्यात जैसे क्षेत्रों ने अप्रैल-जून 2021 के दौरान शानदार प्रदर्शन किया है.’
उन्होंने ‘अर्थनीति’ से साक्षात्कार में कहा, ‘हमें वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही के दौरान उपभोग में सुधार की भी उम्मीद है.’
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश के वृद्धि दर के अनुमान को पहले के 10.5 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया है, जबकि विश्वबैंक ने 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था के 8.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है.
कुमार के अनुसार कोविड की दूसरी लहर के बाद प्रतिबंधों में चरणबद्ध तरीके से छूट के बाद आर्थिक गतिविधियों ने गति पकड़ी है.
सरकार ने भी स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, कृषि, बुनियादी ढांचे, एमएसएमई और निर्यात पर ध्यान केंद्रित करते हुए 6.3 लाख करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज दिया है.
वैश्विक अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि विश्वबैंक का अनुमान है कि 2021 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 5.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी.