कोच्चि, 25 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 13 नवंबर 2023 को कन्नूर के उरुप्पुमकुट्टी वन क्षेत्र में माओवादी समूह और पुलिस के बीच गोलीबारी की जांच अपने हाथ में ले ली है। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
एजेंसी ने हाल में कोच्चि में एनआईए अदालत के समक्ष पुन: दर्ज प्राथमिकी दाखिल की है।
सूत्रों ने बताया कि जांच के तहत एजेंसी उन कई माओवादियों से पूछताछ कर सकती है, जिन्होंने या तो आत्मसमर्पण कर दिया है या केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह घटना तब हुई जब केरल पुलिस की माओवादी विरोधी कमांडो इकाई थंडरबोल्ट, कन्नूर में कारीकोट्टकारी पुलिस थाने की सीमा के तहत उरुप्पुमकुट्टी जंगल में नजेट्टीथोडु में तलाशी अभियान चला रही थी।
प्राथमिकी में कहा गया है कि जंगल में अवैध रूप से इकट्ठा हुए भाकपा (माओवादी) के आठ सशस्त्र सदस्यों ने पुलिसकर्मियों को मारने और आधिकारिक ड्यूटी में बाधा डालने के इरादे से उन पर गोलियां चलाईं।
पुलिस जांच से पता चला कि भाकपा (माओवादी) से जुड़े पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) का कबानी दलम इस घटना में शामिल था क्योंकि इसके सदस्य वन क्षेत्र में एक बैठक कर रहे थे।
पिछले साल, एनआईए ने कन्नूर मुठभेड़ से कुछ दिन पहले आठ नवंबर 2023 को वायनाड के थलप्पुझा में पुलिस और माओवादियों के बीच गोलीबारी के इसी तरह के मामले को भी अपने हाथ में लिया था।
उस मामले में कई माओवादियों को गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि यह केरल में माओवादी से जुड़ा छठा मामला है जिसकी जांच एनआईए कर रही है।
भाषा
गोला देवेंद्र
देवेंद्र
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