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Friday, 15 November, 2024
होमदेशJ&K में एक्शन में NIA, 5 जगहों पर छापा, पाकिस्तानी आतंकवादी के छुपे होने की आशंका

J&K में एक्शन में NIA, 5 जगहों पर छापा, पाकिस्तानी आतंकवादी के छुपे होने की आशंका

बीते 15 दिनों में NIA की जम्मू कश्मीर में यह तीसरी छापेमारी है. NIA के अधिकारियों द्वारा जिन स्थानों पर छापेमारी की जा रही है, वे कई प्रतिबंधित कश्मीरी आतंकवादी संगठनों के नए ब्रांच के रूप में काम कर रहे थे.

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नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्रतिबंधित संगठनों, उनके सहयोगियों के कैडरों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) द्वारा रची गई आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने साजिश की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को कश्मीर में पांच जगहों पर छापा मारा. प्राप्त जानकारी के मुताबिक जहां NIA ने छापा मारा है वह पाकिस्तानी कमांडरों और उनके आकाओं के इशारे पर संदिग्ध काम चल रहा था. NIA को आशंका थी कि वहां पाकिस्तानी आंतकी छुपे हो सकते हैं.

सूत्रों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पाकिस्तान समर्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के नए ब्रांच के खिलाफ छापेमारी अभी भी जारी है. NIA के अधिकारियों द्वारा जिन स्थानों पर छापेमारी की जा रही है, वे कई प्रतिबंधित कश्मीरी आतंकवादी संगठनों के नए ब्रांच के रूप में काम कर रहे थे. इन संगठनों से सहानुभूति रखने वालों और वर्कर्स के ठिकानों पर भी छापे मारे जा रहे हैं.

इन सभी कैडरों और वर्कर्स की जम्मू-कश्मीर में आतंक, हिंसा और तोड़फोड़ से संबंधित गतिविधियों से जुड़े होने की जांच की जा रही है. इस मामले में 15 दिनों के भीतर NIA की यह दूसरी छापेमारी है. एजेंसी ने 11 जुलाई को दक्षिण कश्मीर में पांच स्थानों पर छापेमारी की थी.

NIA ने इससे पहले जिन स्थानों की तलाशी ली, उनमें कश्मीर घाटी के तीन जिले अनंतनाग, शोपियां और पुलवामा शामिल हैं. इस छापेमारी में एजेंसी ने बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक डेटा वाले कई डिजिटल उपकरणों को जब्त किया था.

जम्मू-कश्मीर में आतंकी साजिश की खुफिया जानकारी पर NIA ने स्वत: संज्ञान लेते हुए छापा मारा है. यह जम्मू-कश्मीर में चिपचिपे बमों, आईईडी और छोटे हथियारों के साथ हिंसक आतंकवादी हमलों की एक सीरीज शुरू करने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों द्वारा रची गई साजिश के खिलाफ है. पाकिस्तान समर्थित कट्टरपंथी संगठन जम्मू-कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए स्थानीय युवाओं को भटकाने में लगे हुए हैं.

NIA की जांच के अनुसार, साजिश के पीछे पाक में बैठे गुर्गे लोगों के बीच आतंक फैलाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का उपयोग कर रहे थे. वे कश्मीर घाटी में अपने एजेंटों और कैडरों को हथियार और गोला-बारूद, विस्फोटक और नशीले पदार्थ पहुंचाने के लिए ड्रोन का भी उपयोग कर रहे थे.

जांच के दायरे में नए बने आतंकी संगठनों में द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF), यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट जम्मू एंड कश्मीर (ULFJ&K), मुजाहिदीन गजवत-उल-हिंद (MGH), जम्मू एंड कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स (JKFF), कश्मीर टाइगर्स, PAAF और कई अन्य संगठन शामिल हैं.  ये संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम), अल-बद्र और अल-कायदा जैसे प्रमुख प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों से ताल्लुक रखते हैं.


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