शाहजहांपुर (उप्र), 19 जून (भाषा) उत्तर प्रदेश पुलिस बल में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की राज्य सरकार की कोशिशों के बीच शाहजहांपुर पुलिस ने महिला कर्मियों के छोटे बच्चों की देखभाल के लिए लिए एक नई पहल शुरू की है।
इस पहल के तहत ड्यूटी पर आने वाली महिला कर्मियों के बच्चों को बेहतर माहौल और देखभाल की सुविधा देने के लिए शाहजहांपुर में थाना परिसरों में एक अलग कमरे की व्यवस्था की गई है जिसमें बच्चों के लिए खिलौने तथा झूले भी उपलब्ध होंगे। इन कमरों में थाने में आने वाली महिला फरियादियों के बच्चों को भी जरूरत पड़ने पर रखा जा सकेगा।
यह अनोखी पहल शुरू करने वाली अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण क्षेत्र) दिक्षा भवरे ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पुलिस तथा पीएसी बल में महिलाओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी को प्रोत्साहित कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश में पुलिस के 60 हजार से अधिक पदों पर हुई भर्ती में 12 हजार महिलाओं को भी नियुक्ति मिली है। ऐसे में थानों में विवाहित महिला कर्मियों और उनके बच्चों के लिए जरूरी सुविधाओं की जरूरत समय के साथ और भी बढ़ेगी।
भवरे ने कहा कि वर्तमान में जिले के विभिन्न स्थानों में अनेक ऐसी महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं जिनके छोटे-छोटे बच्चे हैं और एकल परिवार से होने की वजह से वे अपने बच्चों को घर पर छोड़कर नहीं आ सकतीं और ऐसे में वे अपने बच्चों को अपने साथ थाने लाती हैं मगर कई बार ऐसी स्थितियां बनती हैं कि उनके बच्चों की समुचित देखभाल नहीं हो पाती।
अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसी महिला पुलिसकर्मियों के लिए उन्होंने अपने हलके में आने वाले 14 थानों के परिसरों में बच्चों को रखने के लिए एक-एक कमरे की व्यवस्था करने की शुरुआत की है।
अधिकारी ने बताया कि इन कमरों में बच्चों के खेलने के लिए प्रचुर मात्रा में खिलौनों के साथ-साथ टॉफी, बिस्किट, झूले तथा वातावरण के हिसाब से कमरे को ठंडा या गर्म रखने की व्यवस्था की गई है तथा कमरे में बच्चों को स्तनपान कराने के लिए भी अलग से जगह की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि इन कमरों में थाने में आने वाली महिला फरियादियों के बच्चे भी खेल सकेंगे। पहले चरण में चार थानों अल्लाहगंज, तिलहर, पुवाया तथा सिधौली में यह व्यवस्था शुरू की गयी है।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की अधिकारी दिक्षा ने बताया कि अक्सर थानों में जाकर यह महसूस होता है कि महिला कर्मियों के लिए ड्यूटी के दौरान अपने बच्चों को संभालना कई बार मुश्किल हो जाता है और कोई उपयुक्त जगह नहीं होने की वजह से बच्चों को स्तनपान कराने में वे खासी असहज होती हैं, मगर अब ऐसा नहीं होगा।
अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा थानों में महिला कर्मियों के लिए इस अनूठी सुविधा का शुरू किया जाना चर्चा का विषय बन गया है। कई कर्मियों का कहना है कि यह मॉडल अनुकरणीय है और प्रदेश के हर थाने में इसे लागू किया जाना चाहिए।
भाषा सं सलीम नोमान
नोमान
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.