नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट से कहा कि मानव की प्रगति की एक नई सुबह भारत के युवाओं की प्रतीक्षा कर रही है और इसे क्षेत्रों, धर्मों, जातियों एवं वर्गों की क्षुद्र ईर्ष्या तथा पूर्वाग्रहों से मुक्त करना उन पर (युवाओं पर) निर्भर है।
सिंह ने एनसीसी के गणतंत्र दिवस शिविर में शामिल कैडेट से अपने वर्चुअल संबोधन में कहा, ‘‘हर पीढ़ी ने जीवन के सत्यों को नए सिरे से खोजा है। जिन सत्यों की हमने खोज की या हमारी पिछली पीढ़ियों ने खोज की, वे निश्चित रूप से आपकी खोज की प्रक्रिया में आपकी सहायता करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि युवाओं को समाधान खोजने के लिए खुद काम करना होगा।
सिंह ने कहा, ‘मानव की प्रगति की एक नई सुबह आपकी प्रतीक्षा कर रही है। उस सुबह को क्षेत्रों, धर्मों, जातियों और वर्गों की छोटी-छोटी ईर्ष्याओं तथा पूर्वाग्रहों से मुक्त होने दें।’
रक्षा मंत्री ने पुरुषों और महिलाओं के बीच समानता का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा, ‘‘युवाओं को बड़े सपने देखने चाहिए, नए और अलग-अलग विचार सोचने चाहिए, अपनी राह खुद तय करने का साहस करना चाहिए, संवेदनशील हृदय के साथ प्रतिकूल परिस्थिति वाले सागर में उतरना चाहिए और ज्ञान एवं सहानुभूति रूपी मोती लेकर वापस आना चाहिए।’’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘शिविर में एकता, अनुशासन, सच्चाई, साहस, सद्भाव, बंधुत्व और नेतृत्व जैसे सबक हमारे देश में हमेशा मार्गदर्शक गुण रहे हैं और इन गुणों को अपनाकर हमारे युवाओं ने समाज में एक महान आदर्श स्थापित किया है।’’
भाषा नेत्रपाल सुभाष
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