मुंबई, दो अप्रैल (भाषा) क्रूज से मादक पदार्थ की बरामदगी मामले में स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल की महाराष्ट्र के चेम्बूर उपनगर स्थित उसके घर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे-पाटिल ने कहा कि मौत संदिग्ध लग रही है और उन्होंने पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ को जांच करने का आदेश दिया है।
एक अधिकारी ने कहा, “37 वर्षीय प्रभाकर सैल की शुक्रवार शाम चेम्बूर स्थित उसके घर में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।”
उन्होंने बताया कि सैल को घाटकोपर के रजवाड़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकिस्कों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
वलसे-पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, ”सैल की अचानक मौत संदिग्ध लग रही है और मैंने डीजीपी को मामले की जांच करने का आदेश दिया है।”
पुलिस ने उपनगरीय आरसीएफ थाने में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज करके जांच शुरू की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सैल पिछले कुछ दिनों से माहुल इलाके में किराए के मकान में रह रहा था।
सैल के वकील तुषार खंडारे ने इस बात की पुष्टि की है कि उनके मुवक्किल की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। उन्होंने कहा कि सैल के परिजनों को किसी साजिश की आशंका नहीं है।
सैल ने क्रूज मादक पदार्थ मामले में एनसीबी के गवाह के.पी.गोसावी का अंगरक्षक होने का दावा किया था। उसने एक हलफनामे में कहा था कि क्रूज से अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी होने के बाद उसने गोसावी को 25 करोड़ रुपये में समझौता करने की बात कहते हुए सुना था।
गौरतलब है कि पिछले साल तीन अक्टूबर को मुंबई के तट के पास एक क्रूज पर छापेमारी के दौरान आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था। एनसीबी ने अदालत को बताया था कि सैल अपने रुख से पलट गया था और उसका हलफनामा अदालत में लंबित था।
भाषा जोहेब देवेंद्र
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