रायपुर, 16 अप्रैल (भाषा) छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बुधवार को अपने शीर्ष नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा आरोपपत्र दाखिल करने को लेकर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन किया।
ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में कथित धन शोधन को लेकर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि राज्य के रायपुर, बलौदाबाजार, गरियाबंद, महासमुंद, धमतरी, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, कवर्धा, बस्तर, सुकमा, नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, बिलासपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मुंगेली, कोरबा और अन्य जिलों में आयोजित विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
एआईसीसी महासचिव और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्रवाई का उद्देश्य कांग्रेस नेताओं को डराना और बदनाम करना है।
उन्होंने कहा कि ईडी का काम अवैध धन का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना है, लेकिन वे केवल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाते हैं।
बघेल ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियां भाजपा सरकार के इशारे पर काम करती हैं।
छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव ने कहा कि ईडी की कार्रवाई की जितनी निंदा की जाए कम है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा हताश है और गांधी परिवार के खिलाफ झूठी साजिश रच रही है। एक गैर-लाभकारी कंपनी के खिलाफ धन शोधन का मामला दर्ज करना इस बात को साबित करता है।
सिंह देव ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस साजिश से डरने वाले नहीं हैं और कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
धरना प्रदर्शन के दौरान रायपुर में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष धनेंद्र साहू, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा और अन्य नेता मौजूद थे।
भाषा संजीव शफीक
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