(तस्वीरों सहित)
नागपुर, 18 मार्च (भाषा) औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान धर्मग्रंथ जलाए जाने की अफवाह फैलने के बाद नागपुर में हुई हिंसा में कई घरों, वाहनों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की गई।
पुलिस ने कहा कि हिंसा के मद्देनजर शहर के कई इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि शहर में स्थिति फिलहाल शांतिपूर्ण है।
नागपुर के संरक्षक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले आज दिन में हिंसा प्रभावित महल इलाके का दौरा करेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क इलाके में तब हिंसा भड़क उठी जब अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए एक दक्षिणपंथी संगठन द्वारा किए गए आंदोलन के दौरान धर्मग्रंथ जलाया गया है। इस दौरान पुलिस पर पथराव किया गया जिससे छह आम नागरिक और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार, पुराने भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में रात साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच एक और झड़प हुई। चश्मदीदों के अनुसार, बेकाबू भीड़ ने इलाके में कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, घरों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की।
अधिकारियों ने बताया कि चिटनिस पार्क से शुक्रवारी तालाब मार्ग तक का क्षेत्र हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा, जहां दंगाइयों ने कुछ चार पहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया और घरों पर पत्थर भी फेंके गए।
महल इलाके में चिटनिस पार्क के पास ओल्ड हिसलोप कॉलेज इलाके के कुछ निवासियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शाम करीब साढ़े सात बजे एक भीड़ ने उनके इलाके में हमला बोल दिया और उनके घरों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए तथा गलियों में खड़ी कई कारों में तोड़फोड़ की।
लोगों ने बताया कि भीड़ में शामिल लोगों ने घरों पर पत्थर फेंके और कारों में आगजनी की, घरों में लगे वाटर कूलर और खिड़कियां तोड़ दीं तथा भाग गए।
इस संबंध में एक निवासी ने कहा कि बाद में इलाके में रहने वाले लोगों ने खुद जलते वाहनों की आग बुझाई।
स्थानीय लोगों ने हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
हंसपुरी इलाके के निवासी शरद गुप्ता (50) के घर के सामने खड़े चार दोपहिया वाहनों को जला दिया गया। शरद ने बताया कि रात साढ़े 10 से साढ़े 11 बजे के बीच भीड़ ने हमला बोल दिया, पथराव किया और वाहनों में आगजनी की।
गुप्ता हमले में घायल हो गए और उन्होंने बताया कि भीड़ ने एक पड़ोसी की दुकान में भी तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा कि पुलिस एक घंटे बाद पहुंची।
गुस्साए निवासियों ने भीड़ के खिलाफ तत्काल पुलिस कार्रवाई की मांग की। ‘पीटीआई-भाषा’ के एक संवाददाता ने रात एक बजकर 20 मिनट पर एक दंपति को अपना घर बंद कर आसपास सुरक्षित स्थान पर जाते देखा।
रामनवमी शोभायात्रा के लिए काम कर रहे एक अन्य निवासी चंद्रकांत कावडे ने बताया कि भीड़ ने उनके सभी सजावटी सामान जला दिए और घरों पर पत्थर फेंके।
वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस की एक टुकड़ी को गलियों में मार्च निकालते देखने के लिए कुछ निवासी अपने गलियारे में बाहर आ गए।
हंसपुरी इलाके के एक निवासी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भीड़ ने रात करीब साढ़े 10 बजे उनके घर पर हमला बोल दिया और घर के बाहर खड़ी उनकी गाड़ियों को जला दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने दमकल के आने से पहले अपने घर की पहली मंजिल से पानी डालकर आग बुझाई।’’
वहीं, एक अन्य निवासी वंश कवले ने बताया कि भीड़ ने अपने चेहरे ढके हुए थे और सीसीटीवी कैमरा तोड़ दिया। उन्होंने उनके घरों में घुसने की भी कोशिश की।
क्लिनिक के सामने चाय की दुकान करने वाले एक अन्य निवासी ने बताया कि भीड़ क्लिनिक (बंडू क्लिनिक) में घुस गई, सभी मेज तोड़ दीं और दवाइयां फेंक दीं। उन्होंने बताया कि उनकी दुकान में भी तोड़फोड़ की गई।
पुलिस ने महल इलाके के विभिन्न इलाकों में तलाश अभियान के दौरान 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नागपुर से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हिंसा के मद्देनजर शांति और सद्भाव की अपील की है।
भाषा खारी नेत्रपाल
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