नई दिल्ली: भारत ने सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के ‘अल्पसंख्यक अधिकार’ को लेकर ट्वीट की निंदा की और कहा कि पाकिस्तान को अल्पसंख्यक अधिकारों का ‘सीरियल उल्लंघनकर्ता’ है.
भारत ने आरोप लगाया कि ईसाई युवाओं और पुजारियों पर हाल के हमले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार हो रहे अत्याचारों का एक और उदाहरण हैं.
इसके अलावा, हिंदू, सिख, ईसाई और अहमदिया सहित पाकिस्तानी अल्पसंख्यक, पाकिस्तान में निरंतर भय में रहते हैं.
शहबाज शरीफ के एक ट्वीट और इसके विदेश मंत्रालय के एक बयान के संबंध में मीडिया के सवालों के जवाब में विदेश मंत्रालय प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान के बयान और टिप्पणियों पर गौर किया है.
किसी दूसरे राष्ट्र में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार पर टिप्पणी करने वाले अल्पसंख्यक अधिकारों के क्रमिक उल्लंघन करने वाले की बेतुकी बात कोई मायने नहीं रखती. दुनिया पाकिस्तान द्वारा हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों और अहमदियों सहित अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न का गवाह रही है.’
I condemn in strongest possible words hurtful comments of India's BJP leader about our beloved Prophet (PBUH). Have said it repeatedly India under Modi is trampling religious freedoms & persecuting Muslims. World should take note & severely reprimand India. Our love for the >
— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) June 5, 2022
इससे पहले, पाकिस्तान के पीएम ने ट्वीट किया, ‘मैं हमारे प्यारे पैगंबर (PBUH) के बारे में भारत के भाजपा नेता की आहत करने वाली टिप्पणियों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं.’
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने राज्य और समाज द्वारा अल्पसंख्यकों के प्रति असहिष्णुता को चिंता का विषय बताया है.
हाल के वर्षों में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के प्रार्थना स्थलों पर हमले बढ़े हैं. अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा नहीं करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा देश की आलोचना की गई है.
बागची ने कहा, ‘भारत सरकार सभी धर्मों को सबसे अधिक सम्मान देती है. यह पाकिस्तान के बिल्कुल विपरीत है जहां कट्टरपंथियों की प्रशंसा की जाती है और उनके सम्मान में स्मारक बनाए जाते हैं.’
उन्होंने पाकिस्तान से अपील की कि वह खतरनाक प्रचार करने और भारत में सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने की कोशिश करने के बजाय अपने अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षाऔर कल्याण पर ध्यान केंद्रित करे.
भारत ने सोमवार को इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के महासचिव के हालिया बयान को भारत में अल्पसंख्यकों के ‘व्यवस्थित’ उत्पीड़न से संबंधित ‘अनुचित और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणियों’ को दृढ़ता से खारिज कर दिया.
भारत ने रविवार को कतर और कुवैत को अवगत कराया कि उसने अल्पसंख्यकों के खिलाफ ट्विटर पर विवादास्पद टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से सस्पेंड कर दिया और दिल्ली मीडिया के प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को अल्पसंख्यकों के खिलाफ उनके भड़काऊ बयान के बाहर कर दिया.
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