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Friday, 19 December, 2025
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महाराष्ट्र के घटनाक्रम के बाद मुर्मू के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बेहतर मौके हैं : ममता

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कोलकाता, एक जुलाई (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रपति पद की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को चुनाव मैदान में उतारने से पहले विपक्ष के साथ चर्चा की होती तो विपक्षी दल उनका समर्थन करने पर विचार कर सकते थे।

उन्होंने कहा कि मुर्मू के पास 18 जुलाई को होने वाला राष्ट्रपति चुनाव जीतने की बेहतर संभावनाएं हैं क्योंकि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद राजग की स्थिति मजबूत हुई है। बनर्जी ने जोर देकर कहा, ‘‘एक आम सहमति वाला उम्मीदवार हमेशा देश के लिए बेहतर होता है।’’

बनर्जी ने यहां एक रथ यात्रा कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पास महाराष्ट्र के घटनाक्रम के कारण (राष्ट्रपति चुनाव जीतने की) बेहतर संभावनाएं हैं। अगर भाजपा ने मुर्मू के नाम की घोषणा करने से पहले हमारा सुझाव मांगा होता, तो हम भी व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए इस पर विचार कर सकते थे।’’

कांग्रेस और तृणमूल सहित गैर-भाजपा दलों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार के रूप में नामित किया है।

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा कि वह ‘‘विपक्षी दलों के निर्णय के अनुसार चलेंगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम (एक महिला को मैदान में उतारने की) कोशिश करते। कुछ 16-17 राजनीतिक दल फैसला लेने के लिए एकजुट हुए थे, मैं अकेले फैसला नहीं कर पाऊंगी। मैं चाहती हूं कि राष्ट्रपति चुनाव शांति से हो। मेरे मन में सभी जातियों, धर्मों और पंथों के लिए समान आदर है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे दुख है कि प्रतियोगिता हो रही है, लेकिन मुझे लगता है कि सभी दलित, सभी आदिवासी हमारे साथ हैं। हम लोगों के बीच विभाजन नहीं करते हैं।’’

इस बीच, बनर्जी पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि तृणमूल प्रमुख ने ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर बयान दिया।’’

चौधरी ने सम्पर्क करने के बाद कहा, ‘‘उन्होंने (ममता ने) मोदी के साथ एक गुप्त समझौता किया और वह एक बार फिर उजागर हो गया। उन्होंने (राष्ट्रपति चुनाव के लिए) उम्मीदवार का चयन किया और हमने उसका समर्थन किया। हमारी मनमौजी ‘दीदी’ अब भाजपा एजेंट के रूप में काम कर रही हैं। भाजपा द्रोपदी के साथ चुनाव में उतरी। भाजपा ने संख्या बल सुनिश्चित करने के बाद मुर्मू को मैदान में उतारा है…यह कोई बड़ी खोज नहीं है कि मुर्मू जीतेंगी।’’

भाषा सुरेश नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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