भोपाल, 29 जुलाई (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने मंगलवार को मध्यप्रदेश सरकार पर विधानसभा में खोखली घोषणाएं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी घोषणाएं शायद ही कभी अमल में लाई जाती हैं।
मानसून सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह घोषणाओं और आश्वासनों की सरकार है। मुख्यमंत्री मोहन यादव और उनके पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई घोषणाओं का कोई अता-पता नहीं है।’
उन्होंने कहा, ”झूठे आश्वासन देने और खोखली घोषणाएं करने के लिए अगर कोई पुरस्कार मिलता हो तो मुझे विश्वास है कि उन्हें (चौहान और यादव) प्रथम पुरस्कार मिलेगा।’
यह पूछे जाने पर कि ऑपरेशन सिंदूर के प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी और शशि थरूर को क्या पार्टी ने संसद में बोलने की अनुमति नहीं दी, कमलनाथ ने कहा, ‘यह पार्टी का फैसला है, मुझे लगता है कि यह सही फैसला है।’
कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग जारी रखेगी।
उन्होंने कहा, ‘यह सामाजिक न्याय का मामला है, जो ओबीसी तक सीमित नहीं है।’
कांग्रेस ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2003 में ओबीसी आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने के उसके प्रस्ताव पर कभी ठोस कदम नहीं उठाया।
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री यादव पर पलटवार किया, जिन्होंने दावा किया था कि पिछली कांग्रेस सरकार ओबीसी आरक्षण पर एक अधूरा कानून लाई थी।
उन्होंने कहा, ‘मैंने कुछ भी गुप्त रूप से नहीं किया। सब कुछ सार्वजनिक है।’
भाषा
ब्रजेन्द्र, रवि कांत
रवि कांत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.