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Saturday, 16 November, 2024
होमदेशमनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी- फडणवीस के CM रहने के दौरान बुकी अनिल जयसिंघानी के खिलाफ मामले हुए दर्ज

मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी- फडणवीस के CM रहने के दौरान बुकी अनिल जयसिंघानी के खिलाफ मामले हुए दर्ज

जयसिंघानी की बेटी अनिक्षा को अमृता फडणवीस द्वारा अपने पिता के खिलाफ मामलों को खत्म करने के लिए 'रिश्वत देने की कोशिश' करने की एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तार किया गया.

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मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को कहा कि बुकी अनिल जयसिंघानी की बेटी अनिक्षा जयसिंघानी ने उनकी पत्नी अमृता फडणवीस से दोस्ती की, उनके डिजाइनर कपड़े और गहने उधार लिए और आखिरकार उनके हिस्ट्रीशीटर पिता के खिलाफ मामले को खत्म करने की मांग करते हुए उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया.

पुलिस सूत्रों ने दिप्रिंट से पुष्टि की कि मुंबई पुलिस ने अमृता द्वारा 20 फरवरी को दायर एक प्राथमिकी के आधार पर अनिक्षा को गिरफ्तार कर लिया था, जिसने कथित रूप से अपने पिता के खिलाफ मामले को रद्द करने के लिए 1 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की कोशिश की थी.

अनिक्षा के पिता, कई मामलों में आरोपी हैं और उन्हें तीन बार गिरफ्तार किया जा चुका है. हालांकि, वो अभी फरार हैं. इनमें से कई मामले तब दर्ज किए गए थे जब 2014 और 2019 के बीच फडणवीस सीएम और राज्य के गृह मंत्री थे और राज्य विधानसभा में फडणवीस के आने से उनकी पत्नी की अनिक्षा के साथ दोस्ती 2015-2016 में शुरू हुई थी, जब वह मुख्यमंत्री थे. हालांकि, राज्य की कमान कुछ वर्षों के लिए उनके हाथ से चली गई और 2021 में उन्होंने इसे फिर हासिल किया.

अमृता के साथ अनिक्षा की जान-पहचान जारी रही, बावजूद इसके कि उसने बाद में अपने पिता के खिलाफ मामलों को खत्म करने के कोशिश के लिए भी कहा था.

फडणवीस दि इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के आधार पर विपक्ष के नेता अजीत पवार के सवाल पर राज्य विधानसभा में बोल रहे थे कि अमृता ने कथित रूप से 1 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के लिए अनीक्षा के खिलाफ मुंबई में मालाबार हिल पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराई थी.


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अनिल जयसिंघानी के खिलाफ कई मामले

मुंबई के पास उल्हासनगर के रहने वाले सट्टेबाज जयसिंघानी पर 15 से अधिक मामलों में आरोप लगाया गया है और सट्टेबाजी के एक मामले में वो तीन बार गिरफ्तारी का सामना कर चुके हैं.

जयसिंघानी को पुलिस सुरक्षा मिलने पर राजनीतिक विवाद भी हुए हैं. 2010 में, तत्कालीन विपक्ष के नेता फडणवीस ने राज्य विधानसभा में सवाल किया था कि जयसिंघानी को पुलिस सुरक्षा क्यों दी जा रही है, जिसके बाद राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री आर.आर. पाटिल को अपनी सुरक्षा वापस लेनी पड़ी.

2015 में, मुख्यमंत्री के रूप में एक ही सवाल का जवाब देने की बारी फडणवीस की थी जिन्होंने जयसिंघानी की सुरक्षा वापस लेने का आदेश दिया था. तत्कालीन सीएम और राज्य के गृह मंत्री, फडणवीस ने कहा कि मुंबई पुलिस ने एक साल पहले तत्कालीन कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सरकार के तहत जयसिंघानी पुलिस सुरक्षा दी थी और इसे वापस ले लिया जाएगा.

लगभग उसी समय, गुजरात के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंडियन प्रीमियर लीग में कथित सट्टेबाजी रैकेट के सिलसिले में जयसिंघानी के घर सहित मुंबई, कल्याण और उल्हासनगर में छापे मारे.

2016 में आज़ाद मैदान पुलिस स्टेशन ने पुलिस से बचने के लिए अस्पताल के प्रमाणपत्र को कथित रूप से जाली बनाने के लिए जयसिंघानी को गिरफ्तार किया. उसी वर्ष, मुंबई के साकीनाका पुलिस स्टेशन और गोवा पुलिस ने भी जयसिंघानी पर कथित रूप से बलात्कार का झूठा मामला दर्ज करने का मामला दर्ज किया था. अंजुना पुलिस ने इस मामले में अनिक्षा को भी आरोपी बनाया था.

फडणवीस ने विधानसभा में कहा था कि अनिक्षा 2015-16 में अमृता के संपर्क में आई थी, कुछ वर्षों के लिए सभी संपर्क बंद कर दिए और 2021 में फिर से जुड़ गई.

विपक्ष चाहता है विस्तृत जांच

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने गुरुवार को पूछा कि एक अपराधी की बेटी डिप्टी सीएम के घर तक कैसे पहुंच सकती है और उसकी पत्नी के साथ पांच साल से अधिक समय से दोस्ती है. उन्होंने ट्वीट किया,  “(वह) अपनी पत्नी को गहने, पहनने के लिए कपड़े देती हैं. उसके साथ उसकी कार में घूमती हैं. डिजाइनर दोस्त उसे यह भी बताता है कि कैसे वे रिपोर्टिंग सट्टेबाजों के माध्यम से पैसा कमा सकते हैं, उन पर छापा मार सकते हैं और पैसे कमाने के लिए उसी का निपटान कर सकते हैं. इसके बावजूद उनकी दोस्ती बरकरार है.”

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी गहन जांच की मांग करते हुए कहा कि विधानसभा में फडणवीस के बयान के मुताबिक, जब वह मुख्यमंत्री थे तब भी उनका परिवार आरोपियों के परिवार को जानता था.

उन्होंने कहा, “फडणवीस और संबंधित परिवार के पुराने संबंध हैं क्योंकि पूर्व सीएम थे. फडणवीस खुद कह रहे हैं कि उनके परिवार और जिन पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया गया है, उनके परिवार के संबंध तब भी थे जब वह सत्ता में थे और तब भी जब वे सत्ता में नहीं थे. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक नेता और पुलिस अधिकारी भी इस साजिश के पीछे हैं.”

उन्होंने कहा, “हम बस इतना कहना चाहते हैं कि देवेंद्र फडणवीस गृह मंत्री हैं, उनके पास पुलिस व्यवस्था है और उन्हें मामले की जांच करनी चाहिए और लोगों के सामने तथ्य लाने चाहिए.”

राज्य विधानमंडल के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए, फडणवीस ने कहा कि जयसिंघानियों के साथ बातचीत में कई राजनीतिक नाम सामने आए हैं और इस मामले की गहन जांच की जाएगी.

उन्होंने कहा, ”जल्द ही कई चीजें सामने आएंगी और चार्जशीट में काफी जानकारियां होंगी.”

(संपादन: फाल्गुनी शर्मा)

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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