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Sunday, 3 November, 2024
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पुरुष तय नहीं कर सकते महिलाओं के विकास की राह : भागवत

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज के समय में महिलाओं को पूरा सम्मान,स्वतंत्रता और पूरा एक्सेस मिलना चाहिए उन्हें कोई टोकन भागीदारी नहीं मिलनी चाहिए.

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नई दिल्ली: आरएसएस प्रमुख मोहन राव भागवत ने मंगलवार को कहा कि आज महिलाओं के उत्थान का पथ पुरुष निर्धारित नहीं कर सकते है. जबकि इसके उलट महिलाएं पुरुष के उत्थान का रास्ता तय कर सकती है. महिला उत्थान के लिए पुरुषों को सिखाना और जागरूक करना बेहद जरूरी है. प्रकृति ने पुरुषों को परिश्रम का गुण दिया है. जबकि संभालने का काम महिलाओं को दिया है. महिलाओं का उत्थान महिलाओं के द्वारा ही होना चाहिए. आज के समय में महिलाएं मल्टीटास्किंग है और उन्होंने यह साबित कर दिया है. आज महिलाओं को केवल ज्यादा मौके और स्वतंत्रता की जरूरत है.

संघ प्रमुख भागवत ने यह बात संघ से जुड़ी संस्था दृष्टि संस्था द्वारा भारत ​में महिलाओं की स्थिति की सर्वे रिपोर्ट जारी करते हुए बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि हर बार संघ से यह सवाल किया जाता है कि संघ में महिलाओं का क्या स्थान है. लेकिन आज मैं बताना चाहता हूं कि यह जो रिपोर्ट तैयार हुई है, उसमे केवल महिलाओं का ही योगदान है. हर यह योगदान कोई छोटे मोट स्तर का नहीं है बहुत ही व्यापक स्तर का है. जब जाकर यह एक व्यापक रिपोर्ट तैयार हो पाई है. यह​ रिपोर्ट संघ की ही महिला ईकाई राष्ट्रीय सेविका समिति महिला सदस्यों द्वारा पूरे देश में सर्वे कर तैयार की गई है.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज के समय में महिलाओं को पूरा सम्मान,स्वतंत्रता और पूरा एक्सेस मिलना चाहिए उन्हें कोई टोकन भागीदारी नहीं मिलनी चाहिए. कानून के जरिए आज महिलाओं को थोड़ा हक तो मिलने लगा है. लेकिन, महिलाओं को भी सामने आगे आना चाहिए.

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