पटना, 21 अगस्त (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को बिहार का दौरा करेंगे और इस दौरान वह गंगा नदी पर एक पुल सहित 13,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे तथा एक रैली को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में होगा जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘‘वोटर अधिकार यात्रा’’ राज्य में जारी है। राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
बिहार के अपने लगभग चार घंटे के दौरे में प्रधानमंत्री गया, पटना और बेगूसराय जिलों में जाएंगे।
यात्रा गया से शुरू होगी। इस दौरान मोदी बक्सर में स्थित 660 मेगावाट की बिजली परियोजना जैसी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना का निर्माण 6,880 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
प्रधानमंत्री उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र का भी उद्घाटन करेंगे, जो ‘‘बिहार और पड़ोसी राज्यों के रोगियों को उन्नत और किफायती कैंसर देखभाल’’ प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री मुंगेर में नमामि गंगे के तहत निर्मित 520 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित मलजल शोधन संयंत्र (एसटीपी) और सीवरेज नेटवर्क का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री लगभग 1,260 करोड़ रुपये की लागत वाली शहरी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की एक शृंखला का भी शिलान्यास करेंगे।
क्षेत्र में रेल संपर्क को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री दो ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। गया और दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस आधुनिक सुविधाओं, आराम और सुरक्षा के साथ यात्री सुविधा में सुधार करेगी। वैशाली और कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन क्षेत्र के प्रमुख बौद्ध स्थलों में पर्यटन और धार्मिक यात्रा को बढ़ावा देगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत 12,000 ग्रामीण लाभार्थियों और प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के अंतर्गत 4,260 लाभार्थियों का गृह प्रवेश समारोह भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री द्वारा प्रतीकात्मक रूप से कुछ लाभार्थियों को चाबियां सौंपी जाएंगी। इससे हजारों परिवारों का अपना घर होने का सपना पूरा होगा।
परियोजनाओं का आरंभ करने और जनता को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री राज्य की राजधानी से लगभग 100 किलोमीटर दूर पटना जिले के मोकामा का दौरा करेंगे, जहां वह ‘‘8.15 किलोमीटर लंबे औंटा-सिमरिया पुल’’ का उद्घाटन करेंगे। इस पुल में गंगा नदी पर 1,870 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 1.86 किलोमीटर लंबा छह लेन वाला पुल भी शामिल है। यह पटना के मोकामा और बेगूसराय के बीच सीधा संपर्क प्रदान करेगा।
यह पुल पुराने दो-लेन वाले जर्जर रेल-सह-सड़क पुल ‘राजेंद्र सेतु’ के समानांतर बनाया गया है, जो भारी वाहनों की आवाजाही के लिए अब उचित नहीं है।
एक अधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, यह नया पुल उत्तर बिहार (बेगूसराय, सुपौल, मधुबनी, पूर्णिया, अररिया आदि) और दक्षिण बिहार के क्षेत्रों (शेखपुरा, नवादा, लखीसराय आदि) के बीच आवागमन करने वाले भारी वाहनों के लिए 100 किलोमीटर से अधिक की अतिरिक्त दूरी की यात्रा को कम करेगा। इससे क्षेत्र के अन्य हिस्सों में वाहनों को रास्ता बदलने के कारण लगने वाले यातायात जाम की समस्या को भी कम करने में मदद मिलेगी।
इस बीच, सभी की निगाहें जनसभा में प्रधानमंत्री के संबोधन पर टिकी होंगी, जो राजनीतिक गहमागहमी के माहौल के बीच होगा, क्योंकि विपक्ष के नेता राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ भी बिहार में जारी है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, यह प्रधानमंत्री का राज्य का 54वां और इस वर्ष का सातवां दौरा होगा। उन्होंने कहा कि बिहार में मोदी के दौरों की संख्या से पता चलता है कि उनकी सरकार पूर्वी प्रांत के विकास को प्राथमिकता देती है।
भाषा सिम्मी सुरेश
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