पटना, दो नवंबर (भाषा) बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से मात्र दो दिन पूर्व रविवार को राज्य का चुनावी माहौल चरम पर पहुंच गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए मोर्चा संभाला, वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रचार तेज किया। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन के समर्थन में सभाएं कीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुर और नवादा जिलों में लगातार जनसभाएं कीं और इसके बाद पटना में रोड शो किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा केवल तब बनाया गया, जब उनकी पार्टी ने कांग्रेस की ‘‘कनपटी पर कट्टा’’ (देसी पिस्तौल) रख दिया, क्योंकि कांग्रेस शुरू में तेजस्वी को गठबंधन का चेहरा बनाने को लेकर अनिच्छुक थी।
मोदी ने दावा किया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के दो प्रमुख घटकों के बीच ‘‘कड़वा विवाद’’ है और यह गठबंधन ‘‘इतिहास की सबसे बड़ी हार’’ की ओर बढ़ रहा है, जबकि राजग रिकॉर्ड तोड़ जीत की ओर अग्रसर है।
पटना में मोदी का रोड शो भारी भीड़ को आकर्षित करने में सफल रहा। उन्होंने बाद में ‘एक्स’ पर पोस्ट कर पटना की जनता का ‘‘अपार स्नेह और आशीर्वाद’’ के लिए आभार जताया।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, ‘‘पटना में आज विशाल रोड शो में शामिल होने का सुअवसर मिला। मैंने उत्साह से भरी यहां की जनता-जनार्दन से बिहार के विधानसभा चुनावों में राजग को भरपूर आशीर्वाद देने का आग्रह किया। पटना का इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है। यहां के हमारे परिवारजन भी बेहद ऊर्जावान हैं। हमारे कार्यकाल का रिकॉर्ड बताता है कि केवल राजग ही यहां की विकास यात्रा को एक नई मजबूती दे सकता है।’’
विपक्ष ने हालांकि, मुख्यमंत्री एवं जद(यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार की रोड शो में अनुपस्थिति को मुद्दा बनाया। नीतीश पिछली बार लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी के साथ रोड शो में शामिल हुए थे।
इस बीच, अमित शाह ने मुजफ्फरपुर और वैशाली में जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा कि अगर राजग सत्ता में लौटता है, तो बिहार को ‘‘पांच वर्षों में बाढ़ मुक्त’’ बनाया जाएगा। यह वादा राजग के घोषणापत्र में भी शामिल है।
शाह ने कहा कि अगर राजद नेतृत्व वाला महागठबंधन सत्ता में आया, तो ‘‘कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी’’ और ‘‘हत्या, अपहरण और रंगदारी’’ जैसे तीन नए विभाग सरकार में जुड़ जाएंगे।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बेगूसराय और खगड़िया में सभाएं कीं और प्रधानमंत्री मोदी पर तीखे हमले किए।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी 56 इंच की छाती की बात करते हैं, लेकिन असल में डरपोक हैं।’’
राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फोन आने पर ‘‘डर गए थे’’, जिसके कारण पाकिस्तान के साथ सैन्य कार्रवाई रोक दी गई।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बड़े औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाया और उन्हें बिहार में सस्ते दामों पर जमीन दी, जबकि शाह ने हाल में कहा था कि राज्य में भूमि की कमी के कारण उद्योग नहीं लग पा रहे हैं।
बेगूसराय में रैली के बाद राहुल गांधी पास के एक तालाब में मछुआरों के साथ पानी में उतर गए। उनके कपड़े गंदे हो गए लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की।
खगड़िया में उन्होंने कहा, ‘‘मैंने ऐसा इसलिए किया ताकि किसान, मछुआरे और गरीब महसूस करें कि राहुल गांधी उनके साथ हैं।’’
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘14 नवंबर को नतीजे आएंगे, 18 नवंबर को शपथ ग्रहण होगा। 26 नवंबर से 26 जनवरी के बीच सभी अपराधी जेल के भीतर होंगे।’’
वह यह टिप्पणी जद(यू) उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर कर रहे थे, जिन्हें जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
पटना की अदालत ने सिंह और दो अन्य आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पहले चरण के लिए छह नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होना है। प्रचार सोमवार तक जारी रहेगा।
सोमवार को प्रधानमंत्री सहारसा और कटिहार में सभाएं करेंगे, जबकि अमित शाह की तीन रैलियां सीतामढ़ी, शिवहर और मधुबनी में होंगी।
विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी सहरसा और लखीसराय में, जबकि मल्लिकार्जुन खरगे वैशाली में रैली को संबोधित करेंगे।
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सारण और पटना में चार रैलियां करेंगे।
भाषा कैलाश खारी
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