scorecardresearch
Friday, 15 November, 2024
होमदेशमोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों समेत सभी वर्गों को तरक्की में बराबर का हिस्सेदार बनाया: नकवी

मोदी सरकार ने अल्पसंख्यकों समेत सभी वर्गों को तरक्की में बराबर का हिस्सेदार बनाया: नकवी

Text Size:

नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा कि पिछले आठ वर्षों में नरेंद्र मोदी सरकार के ‘भेदभाव रहित विकास’ के संकल्प ने अल्पसंख्यकों समेत सभी वर्गों को तरक्की में बराबर का हिस्सेदार-भागीदार बनाया है तथा यही माहौल ‘‘भारत विरोधी तत्वों’’ की बेचैनी का कारण है।

उन्होंने एक बयान में कहा कि भारत के सह-अस्तित्व का समावेशी संस्कार, किसी भी संकीर्ण सांप्रदायिक साजिश का शिकार नहीं हो सकता।

नकवी ने कहा, ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के संस्कार और ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ के संकल्प का ही नतीजा है कि हिंदुस्तान में दुनिया के सभी धर्मावलंबी समानता, स्वतंत्रता और समावेशी माहौल में फल-फूल रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अलकायदा, मुसलमानों की “हिफाजत” नहीं “मुसीबत” है जो इस्लाम को “सुरक्षा कवच” बनाकर इंसानियत को लहूलुहान करने के मंसूबों में लगा है।

नकवी ने कहा, ‘‘दुनिया भर में रहने वाले हर दस मुसलमान में से एक मुसलमान भारत में सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, धार्मिक, संवैधानिक स्वंत्रता और सुरक्षा के साथ रह रहा है। वहीँ पड़ोस के इस्लामिक देश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे जुर्म और जुल्म पर खामोशी की चुनिंदा अधिकारों और स्वतंत्रता की सोच आश्चर्यचकित करने वाली है।’’

नकवी का कहना है, ‘‘भारत में तीन लाख से ज्यादा मस्जिदें हैं जहां इबादत होती है, इतने ही अन्य इबादतस्थल हैं। हजारों चर्च, गुरुद्वारे, बौद्ध प्रार्थना घर, पारसी और जैन मंदिर और पूजा स्थल हैं। इस तरह 50 हजार से ज्यादा पंजीकृत मदरसे हैं, 50 हजार से ज्यादा अन्य अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान। जो कई इस्लामिक देशों से भी ज्यादा हैं। यह सभी ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ और ‘अनेकता में एकता’ की ताकत के एहसास को पुख्ता करते हैं।’’

उन्होंने कहा कि भारत में मुसलमानों सहित सभी अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा, सम्मान, हिंदुस्तान के संस्कृति-संस्कार-संकल्प का हिस्सा हैं।

नकवी ने जोर देकर कहा, ‘‘पिछले आठ वर्षों में मोदी सरकार के ‘बिना भेदभाव के विकास’ के संकल्प ने सभी वर्गों को तरक्की का बराबर का हिस्सेदार-भागीदार बनाया है। यही विश्वास और विकास का माहौल भारत विरोधी तत्वों की बेचैनी का कारण है।’’

भाषा हक नेत्रपाल प्रशांत

प्रशांत

प्रशांत

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments