आइजोल, सात फरवरी (भाषा) मिजोरम सरकार पिछले साल फरवरी में म्यांमा में सैन्य तख्तापलट के बाद वहां से भागकर पूर्वोत्तर राज्य में शरण लेने वाले म्यांमा के नागरिकों की जनगणना करा रही है।
राज्य के गृह मंत्री लालचामलियाना ने सोमवार को बताया कि म्यांमा के करीब 18,000 लोग अभी मिजोरम में रह रहे हैं और राज्य प्रशासन उन्हें पहचान पत्र मुहैया कराएगा।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम म्यांमा नागरिकों का उचित दस्तावेज बनाना चाहते हैं जिसके लिए जिलों के प्रशासन वहां जनगणना करा रहे हैं जहां उन्होंने शरण ली है।
लालचामलियाना ने बताया कि चिन प्रांत में म्यांमा सेना और असैन्य रक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पों के मद्देनजर पिछले एक सप्ताह में राज्य में करीब 2,000 और लोग आए हैं।
उन्होंने पुलिस रिकॉर्ड के हवाले से कहा, ‘‘इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने से मिजोरम के विभिन्न हिस्सों में अभी करीब 18,000 म्यांमा नागरिक रह रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अभी तक मानवीय आधार पर शरणार्थियों की मदद के लिए 80 लाख रुपये जारी किए हैं क्योंकि केंद्र उन्हें प्रत्यक्ष तौर पर सहायता मुहैया नहीं करा सकता है।
भारत ने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
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