बेंगलुरु, 18 अगस्त (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने सोमवार को कहा कि धर्मस्थल में कई शव दफनाने के आरोपों की जांच में राज्य सरकार की कार्रवाई ‘असंवैधानिक’ नहीं है और यह कानून के दायरे में की जा रही है।
इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘हम कानून के दायरे में जांच कर रहे हैं… हमने कुछ भी संविधान-विरुद्ध नहीं किया है।’’
मंत्री की टिप्पणी पर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन कर दिया, जिसके कारण सदन को स्थगित कर दिया गया। भाजपा इस मुद्दे पर विस्तृत जवाब की मांग कर रही है।
परमेश्वर ने विपक्ष के इरादों पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या वह सच्चाई सामने नहीं आने देना चाहता?
मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी), अज्ञात शिकायतकर्ता को धर्मस्थल के कई स्थानों पर ले गई है, जहां उसने शव दफ़नाने का दावा किया है। इनमें से दो स्थानों से हड्डियां और एक कंकाल बरामद किया गया है।
परमेश्वर ने कहा, ‘‘हड्डियों और अन्य नमूनों का विश्लेषण किया जाना है। अभी तक केवल शवों को निकाला गया है। जांच अभी शुरू नहीं हुई है। यह तभी शुरू होगी जब नमूनों का विश्लेषण, मृदा विश्लेषण और डीएनए विश्लेषण के नतीजे सामने आएंगे।’’
भाषा यासिर सुरेश
सुरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.