नयी दिल्ली, 10 नवंबर (भाषा) सोशल मीडिया क्षेत्र की दिग्गज कंपनी मेटा द्वारा नौकरी से निकाले गए 11 हजार लोगों में कुछ ऐसे भी भारतीय तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं, जिन्होंने अपनी जमी-जमाई नौकरी छोड़ दो-तीन दिन पहले ही यहां नौकरी शुरू की थी।
फेसबुक ने खर्चों में कटौती के लिये विभिन्न देशों में अपने 11,000 कर्मियों की छंटनी की है।
दो दिन पहले ही मेटा से जुड़ीं एक सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) पेशेवर नीलिमा अग्रवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘लिंक्डइन’ पर पोस्ट किया कि वह उन लोगों में से हैं जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है।
उन्होंने कहा, “वह एक हफ्ते पहले ही भारत से कनाडा स्थानांतरित हुई और इतनी लंबी वीजा प्रक्रिया से गुजरने के बाद दो दिन पहले मेटा के साथ जुड़ीं, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण दुखद दिन आ गया और मुझे नौकरी से निकाल दिया गया।”
वह दो साल से हैदराबाद स्थित माइक्रोसॉफ्ट के कार्यालय में काम कर रही थीं और उन्होंने मेटा के लिए अपनी यह नौकरी छोड़ दी थी।
विश्वजीत झा नाम के एक अन्य पेशेवर ने बताया कि बेंगलुरू में एमेजॉन कार्यालय में तीन साल से अधिक समय तक काम करने के बाद वह तीन दिन पहले मेटा में नियुक्त हुए थे और अब उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है।
मेटा द्वारा फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसे लोकप्रिय सोशल मीडिया मंचों का संचालन किया जाता है।
भाषा प्रशांत सिम्मी
सिम्मी
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