अहमदाबाद, 19 जनवरी (भाषा) गुजरात सरकार के कोविड-19 कार्य बल के एक सदस्य ने बुधवार को लोगों से कहा कि ओमीक्रोन संक्रमण को सामान्य फ्लू की तरह हल्के में नहीं लें। उनहोंने लोगों से सामाजिक दूरी बरतने समेत अन्य सावधनियो को अनिवार्य रूप से अपनाने को कहा।
राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 17,119 नए मामले मिलने के एक दिन बाद गुजरात सरकार की ओर से गठित कोविड-19 कार्य बल में शामिल पांच प्रमुख चिकित्सकों ने मीडिया से बातचीत की। इन चिकित्सकों ने कहा कि ओमीक्रोन संक्रमण पर दूसरी लहर की तरह अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है, लेकिन इसका प्रसार तेजी से हो रहा है जिससे अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।
इस अवसर पर अतरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) मनोज अग्रवाल के साथ मौजूद स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि गुजरात में कोरोना संक्रमण के 70-80 प्रतिशत मामलों के लिए ओमीक्रोन जिम्मेदार है।
कार्य बल के सदस्य डॉ. सुधीर शाह ने कहा, ‘‘ जिस तरह से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं,ओमीक्रोन को सामान्य फ्लू की तरह हल्के में लेने की गलती ना करें। संभव है कि अस्पताल में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ जाए। टीका रहित लोगों और बच्चों को खास तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है।’’
डॉ. अतुल पटेल ने कहा, ‘‘ओमीक्रोन संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता बहुत कम है, बमुश्किल एक-दो प्रतिशत। लेकिन बेपरवाह नहीं रहना है, क्योंकि ओमीक्रोन बहुत तेजी से फैलता है। यदि संक्रमण के मामलों की संख्या बढ़कर लाखों में हो जाती है, तो इसका एक-दो प्रतिशत भी एक बड़ी संख्या होगी।’’
डॉ. दिलीप मावलंकर ने कहा कि चेहरे के मास्क के उचित उपयोग के साथ-साथ वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सामाजिक दूरी सबसे प्रभावी तरीका है। मावलंकर ने कहा, ‘‘अगर हम इस नई लहर को नियंत्रित कर लेते हैं, तो हम महामारी के खत्म होने की उम्मीद कर सकते हैं, यदि कोई नया प्रकार सामने नहीं आता। हमें एक हल्के प्रकार के प्रति सतर्क रहना होगा, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।’’
मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ. वीएन शाह ने कहा कि लोगों को वायरस के बारे में मिथकों पर विश्वास नहीं करना चाहिए और ओमीक्रोन संक्रमण को सामान्य फ्लू समझने की गलती नहीं करनी चाहिए।
डॉ. तुषार पटेल ने कहा कि लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, लेकिन बेवजह घबराने की जरूरत नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्री पटेल ने लोगों से कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करें।
भाषा
संतोष माधव
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