जम्मू, 21 अप्रैल (भाषा) ‘पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’ (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं को कथित तौर पर कमजोर किये जाने पर सोमवार को चिंता जतायी और भारत के निर्वाचन आयोग के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी का समर्थन किया।
मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में एक प्रोफेसर की पिटाई करने के आरोपी सैन्यकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने का भी स्वागत किया।
मुफ्ती ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सच है कि हमारी संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। राहुल गांधी ने जो कहा है कि संसदीय चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच मतदाताओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, उसकी जांच होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि यहां तक कि उच्चतम न्यायालय को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उन्होंने राज्यपालों और वक्फ से संबंधित शीर्ष न्यायालय के फैसलों के खिलाफ भाजपा की हालिया तीखी प्रतिक्रिया का हवाला दिया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए मुफ्ती ने कहा, ‘‘जब निशिकांत दुबे जैसे नेता और यहां तक कि उपराष्ट्रपति भी खुलेआम उच्चतम न्यायालय पर टिप्पणी करते हैं, तो इससे पता चलता है कि सरकार संस्थानों को अपने नियंत्रण में लाने के लिए उन्हें कमजोर कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि गांधी की चिंताएं जायज हैं।
पश्चिम बंगाल में हाल के तनाव पर टिप्पणी करते हुए मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने वहां मुस्लिम समुदाय से हिंसक विरोध प्रदर्शनों से बचने का आग्रह किया है।
पीडीपी प्रमुख ने राजौरी में एक प्रोफेसर की पिटाई करने के आरोपी सैन्यकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।’’
भाषा अमित खारी
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