नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में कोरोनावायरस की स्थिति में सुधार के बीच दिल्ली सरकार ने अपने तहत आने वाले मेडिकल कॉलेजों को खोलने का आदेश दिया है लेकिन विभिन्न शैक्षणिक बैचों के लिए कक्षाएं चरणबद्ध तरीके से बहाल होंगी.
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि एलएनजेपी अस्पताल से संबद्ध मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) तथा जीटीबी अस्पताल से जुड़े विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय(यूसीएमएस) कोरोनावायरस महामारी की वजह से मार्च से ही बंद हैं.
छह जनवरी को जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली में कोरोनावायरस के मामलों में कमी आने के बाद मौजूदा स्थिति का आंकलन किया गया है. इसके बाद दिल्ली सरकार के तहत आने वाले चिकित्सा कॉलेजों को तत्काल प्रभाव से खोलने के आदेश दिए जाते हैं. मगर एक-दूसरे से दूरी और कोविड-19 को लेकर जारी मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया जाए.
अधिकारियों ने बताया कि विद्यार्थियों की कॉलेजों में कक्षाएं चरणबद्ध तरीके से होंगी.
आदेश में कहा गया है कि प्रथम वर्ष के एमबीबीएस/बीडीएस बैच को चरणबद्ध तरीके से बुलाया जाएगा और कॉलेज खुलने की तारीख से डेढ़ से दो महीने में विद्यार्थियों का प्रशिक्षण और प्रैक्टिकल पूर्ण कराया जाएगा.
इसके बाद अंतिम वर्ष के छात्रों को कॉलेज बुलाया जाएगा.
आदेश के मुताबिक, अंतिम वर्ष के छात्र सफलतापूर्ण प्रशिक्षण लेने के बाद अंतिम वर्ष की परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे. परीक्षा में पास होने के बाद वे इंटर्न करने के पात्र होंगे. इसके बाद, द्वितीय वर्ष के एमबीबीएस/बीडीएस के छात्रों को कॉलेज बुलाने की प्रक्रिया शुरू होगी.
गौरतलब है कि दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के 486 नए मामले आए हैं और नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर 0.63 प्रतिशत है.
अधिकारियों ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी दिशा-निर्देश और सामाजिक दूरी का पालन हो.
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