नई दिल्ली: विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरण ने बुधवार को लोकसभा में बताया कि पाकिस्तान में भारत का एक भी व्यक्ति नहीं रहता है. विदेश मंत्रालय ने दुनिया के 208 देशों में रहने वाले भारतीय लोगों की संख्या से जुड़े आंकड़े जारी किए हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने लोकसभा सांसद प्रसून बनर्जी के विदेश मंत्रालय से पूछे गए सवाल के जवाब में बताया कि भारतीय मिशन से जुड़े आंकड़ों के अनुसार लगभग 13,620,000 लोग देश के बाहर रहते हैं. विदेश मंत्रालय ने देशवार आंकड़ें जारी किए हैं जिसमें विश्व के 208 देशों में रहने वाले भारतीय लोगों की संख्या बताई गई है.
लोकसभा सांसद प्रसून बनर्जी ने विदेश मंत्रालय से दो सवाल पूछे थे. पहला, भारत के बाहर देशवार कितने लोग किस देश में रहते हैं और दूसरा कि बाहर रह रहे लोगों द्वारा कितना पैसा भारत भेजा रहा है.
इसके जवाब में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरण ने लोकसभा में आंकड़े पेश किए. पहले सवाल के जवाब में बताया कि पूरी दुनिया में भारत के लगभग 1 करोड़ 36 लाख 20 हज़ार लोग रहते हैं. आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक साल 2018-19 में देश से बाहर रह रहे लोगों के द्वारा 76.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर भारत में आया. वहीं 2019-20 (अप्रैल-सितंबर) में 41.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर भारत आया.
पड़ोसी मुल्कों में नेपाल में सबसे ज्यादा भारतीय
पड़ोसी मुल्कों में भी बड़ी संख्या में भारत के लोग रहते हैं. लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि पाकिस्तान जो कि भारत का पड़ोसी होने के साथ-साथ भारत के जनमानस और नीति-निर्माताओं के ज़ेहन में हमेशा छाया रहता है वहां एक भी भारतीय नहीं रहता. ये आंकड़ा चौंंकाता है पर दोनों देशों के बीच रिश्तों की तल्खी भी दिखाता है. पड़ोसी मुल्कों में सबसे ज्यादा भारतीय लोग नेपाल में रहते हैं. यहां तकरीबन 6 लाख से भी ज्यादा भारतीय हैं, नेपाल जाने के लिए पासपोर्ट -वीज़ा की भी ज़रूरत नहीं.
चीन में काफी संख्या में भारतीय रहते हैं. विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार चीन में रहने वाले भारतीय लोगों की संख्या को तीन हिस्सों में बांटा गया है. जिसमें चीन में (55,500), हांगकांग में (31,989) और ताईवान में (4,010) की कुल आबादी 91,499 है.
बांग्लादेश में 10,385, अफगानिस्तान में 3,087, म्यांमार में 9,000, मालदीव में 25,200, भूटान में 60 हज़ार, नेपाल में 6 लाख और श्रीलंका में 14 हज़ार भारतीय लोग रहते हैं.
इन सभी नौ पड़ोसी देशों में रहने वाले भारतीय लोगों की कुल संख्या को जोड़ लें तो ये 8 लाख 13 हज़ार 171 पहुंच जाती है.
मध्य-पूर्व में रहते हैं सबसे ज्यादा भारतीय
दुनिया के हर हिस्से में भारतीय लोगों की मौजूदगी है. लेकिन मध्य पूर्व देशों में सबसे ज्यादा भारत के लोग रहते हैं. इसके पीछे रोजगार से जुड़े कारण हैं. देश के तमाम हिस्सों से इन क्षेत्रों में लोग रोजगार की तलाश में जाते हैं. मध्य पूर्व के बड़े देशों में बहरीन, लीबिया, मोरक्को, ओमान, फिलिस्तीन, कतर, सऊदी अरब, सोमालिया, सूडान, सीरिया, यूएई और यमन जैसे मुल्क शामिल हैं.
बता दें कि इनमें से कई देश आंतरिक अशांति से जूझ रहे हैं जिसकी वजह से विश्व के कई देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
अरब मुल्कों में सबसे ज्यादा लोग यूएई (34 लाख 20 हज़ार) में रहते हैं. उसके बाद सऊदी अरब (25 लाख 94 हज़ार), कतर में (7 लाख 56 हज़ार), ओमान में (7 लाख 79 हज़ार) और बहरीन में (3 लाख 23 हज़ार) रहते हैं.
अरब के छोटे देशों जैसे कि लीबिया में (1500), मोरक्को में (258), फिलिस्तीन में (20), सोमालिया में (500), सीरिया में (107), यमन में (500), सूडान में (2600) भारतीय रहते हैं.
मध्य पूर्व और अरब देशों से इतर कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी भारतीय काफी संख्या में रह रहे हैं. कनाडा में 1 लाख 78 हज़ार से ज्यादा भारतीय रहते हैं. वहीं ऑस्ट्रेलिया में 2 लाख 40 हज़ार से ज्यादा भारतीय हैं. माना जाता है कि ऑस्ट्रेलिया में भारत से बड़ी संख्या में हर साल छात्र पढ़ाई के लिए जाते हैं.
विश्व के शायद ही कोई कोना हो जहां भारत के लोग नहीं रहते हैं. कई देश तो ऐसे भी हैं जहां सिर्फ एक भारतीय रहता है. निकारागुआ मध्य अमेरिका का ऐसा ही एक देश हैं जहां सिर्फ एक भारतीय है. ऐसे देशों में कूल आइलैंड जहां 5 भारतीय रहते हैं. वहीं क्रोएशिया में 10, होडुरस में 17, कोरिया (डीपीआर) में 15, टोंगा में 6, वनुआटु में 10 लोग रहते हैं.
मलेशिया में 2 लाख हज़ार से ज्यादा भारतीय रहते हैं. हाल के दिनों में भारत के लिए मलेशिया काफी महत्वपूर्ण देश हो गया है क्योंकि वहां के राष्ट्रपति महातिर मोहम्मद ने केंद्र सरकार द्वारा हटाए गए अनुच्छेद 370 और नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया था. जिसके बाद भारत ने पाम ऑयल का आयात बंद कर दिया था.
ऐसे देश जहां एक भी भारतीय नहीं रहता
विश्व के कई देशों में मौजूदगी के बाद भी कई ऐसे देश हैं जहां भारतीय नहीं रहते हैं. ऐसे देशों में हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी है. विदेश मंत्रालय के आंकड़े यही दर्शाते हैं. वहीं होली शी, किरीबाती, सेन मेरिनो, पाकिस्तान, तुवालू जैसे देशों में भारतीयों की संख्या शून्य है.