लखनऊ, 20 मई (भाषा) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने मंगलवार को सरकारी स्कूलों में दाखिलों में गिरावट पर चिंता व्यक्त की और निजी मदरसों के प्रति राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार के दृष्टिकोण की आलोचना की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर कई पोस्ट में कहा कि राज्य में सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में दाखिले शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 1.74 करोड़ से घटकर 2024-25 में केवल 1.52 करोड़ रह गए, जो लगभग 22 लाख छात्रों की तीव्र गिरावट को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ दाखिले में यह भारी गिरावट सरकारी स्कूल प्रणाली की बिगड़ती स्थिति को उजागर करती है, जो गंभीर और चिंताजनक दोनों है। सरकार को शिक्षा के महत्व और आवश्यकता पर उचित ध्यान देना चाहिए।’’
मायावती ने राज्य सरकार द्वारा निजी मदरसों को निशाना बनाये जाने की भी कड़ी निंदा की।
उन्होंने लिखा, ‘‘ सस्ती और सुलभ शिक्षा प्रदान करने के बावजूद निजी मदरसों को अवैध करार दिया जा रहा है और सरकारी सहायता देने के बजाय उन्हें बंद किया जा रहा है। यह एक अनुचित और तर्कहीन कदम है जो शिक्षा की बुनियादी ज़रूरत को कमज़ोर करता है।’
उन्होंने सरकार से अपने रुख पर पुनर्विचार करने और जमीनी स्तर की शिक्षा प्रणालियों को कमज़ोर करना बंद करने का आग्रह किया।
उनकी यह टिप्पणी नेपाल सीमा के निकट गैर-मान्यता प्राप्त धार्मिक ढांचों पर राज्यव्यापी कार्रवाई के बीच आई है।
भाषा आनन्द नरेश शोभना
शोभना
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