जम्मू, 14 अगस्त (भाषा) जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक दूरस्थ गांव में बादल फटने से कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई और इसके अलावा, जम्मू क्षेत्र के अन्य जिले भी भारी बारिश की मार झेल रहे हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि राजौरी जिले के खर्गाला गांव में भारी बारिश से एक घर ढह गया जिसमें दो नाबालिग बच्चे घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पुंछ जिले के गली पिंडी क्षेत्र में विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) अल्ताफ हुसैन शाह का आवासीय मकान मूसलाधार बारिश के कारण अचानक ढह गया जिससे परिवार संकट में आ गया।
बांदी कमा खान गांव में एक घर में दरारें पड़ने के बाद पांच परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
उधमपुर जिले में भी इसी तरह का दृश्य देखने को मिला जहां एक मकान के गिरने से उसके अंदर रह रहे लोगों को बाहर निकालना पड़ा।
अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के चलते बृहस्पतिवार को रियासी जिले में हिमकोटी ट्रैक पर माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर की यात्रा रोक दी गई। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे निर्देशों का पालन करें और स्थल पर मौजूद कर्मचारियों से सहयोग करें।
लगातार हो रही बारिश के कारण तवी, चिनाब, उज और सूरन सहित अधिकतर नदियों में बाढ़ आ गई है जिससे विभिन्न जिलों में सड़कों और रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया है।
उन्होंने बताया कि राजौरी में स्थानीय नदी उफान पर है और इलाके में पिछले दो दिनों से भारी बारिश जारी है।
जिला प्रशासन ने पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित रहने और नदी के किनारे न जाने की चेतावनी दी है।
उधमपुर के रामनगर तहसील के पांच गांव तब कट गए, जब भारी बारिश से कूघा-छिगली पिंगला सड़क क्षतिग्रस्त हो गई जिससे यातायात बाधित हो गया और लोग फंसे रह गए।
कठुआ जिले के खोखयाल गांव में बारिश से बाढ़ की स्थिति बन गई और घरों व दुकानों में पानी भर गया। ग्रामीणों को अपने घरों में घुसे बारिश के पानी से परेशानियों का सामना करना पड़ा।
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने की अपील की है।
भारी बारिश के बावजूद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए खुला रहा।
भाषा राखी माधव
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