scorecardresearch
Thursday, 21 November, 2024
होमदेश'आपका बंटी', 'महाभोज' की लेखिका मन्नू भंडारी का निधन, शिवराज, गहलोत समेत नेताओं ने जताया शोक

‘आपका बंटी’, ‘महाभोज’ की लेखिका मन्नू भंडारी का निधन, शिवराज, गहलोत समेत नेताओं ने जताया शोक

मन्नू भंडारी का सोमवार को हरियाणा में, गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है. वह 91 वर्ष की थी. शिवराज सिंह चौहान, गहलोत समेत कई लोगो ने जताया शोक. 

Text Size:

नई दिल्ली: हिंदी की वरिष्ठ लेखिका मन्नू भंडारी का सोमवार को हरियाणा में, गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है. वह 91 वर्ष की थी. शिवराज सिंह चौहान, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल नेताओं लोगों ने शोक जाहिर किया है.

‘महाभोज’ और ‘आपका बंटी’ जैसे प्रसिद्ध उपन्यासों की रचनाकार मन्नू भंडारी पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं. उनकी बेटी रचना यादव ने पीटीआई-भाषा को फोन पर बताया, ‘वह करीब 10 दिन से बीमार थीं. उनका हरियाणा के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां आज दोपहर को उन्होंने अंतिम श्वांस ली.’

रचना ने बताया कि मन्नू भंडारी का अंतिम संस्कार मंगलवार को दिल्ली के लोधी रोड स्थित श्मशान घाट में किया जाएगा.

3 अप्रैल 1931 को मध्य प्रदेश के भानपुरा में जन्मीं भंडारी प्रसिद्ध साहित्यकार राजेंद्र यादव की पत्नी थीं. उन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस कालेज में अध्यापिका के पद पर भी अपनी सेवाएं दीं.

शिवराज सिंह चौहान, गहलोत समेत कई लोगों ने जताया शोक

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लेखिका के निधन पर ट्वीट किया है, ‘हिंदी साहित्य जगत ने लेखिका श्रीमती मन्नू भंडारी के रूप में आज अपने एक अनमोल रत्न को खो दिया है. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें. आपका बंटी,महाभोज,आंखों देखा झूठ,मैं हार गई जैसी कालजयी अपनी रचनाओं के माध्यम से साहित्य प्रेमियों के हृदय में सदैव रहेंगी। ।। ॐ शांति ।। ‘

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी लेखिका मन्नू भंडारी के निधन पर शोक जताय है.

गहलोत ने ट्वीट किया, ‘हिंदी की सुप्रसिद्ध लेखिका और कथाकार मन्नू भंडारी के निधन पर गहरी संवेदनाएं. उनकी रचनाएं हिंदी साहित्य जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं.’

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘आपका बंटी’ और ‘महाभोज’ जैसी हिंदी की मशहूर रचनाओं की लेखिका और कथाकर मन्नू भंडारी जी के निधन का समाचार दुखद है. उनकी रचनाओं में गंभीर सामाजिक मुद्दों की झलक थी. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं उनके चाहने वालों को हिम्मत दें. ॐ शांति:’ 


यह भी पढ़े: 108 साल बाद शिव के धाम वाराणसी पहुंची मां अन्नपूर्णा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की प्राण-प्रतिष्ठा


share & View comments