नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 1975 में लागू किए गए आपातकाल को लेकर देश के युवाओं से पूछा, ‘क्या आपको पता है कि आपके माता-पिता जब आपकी उम्र के थे तो एक बार उनसे जीवन का भी अधिकार छीन लिया गया था.’
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ के अपने मासिक कार्यक्रम में कहा, “ये बरसों पहले 1975 की बात है. जून का वही समय था जब आपातकाल लागू किया गया था. आपातकाल के समय भारत के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था. देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था.’
उन्होंने कहा, ‘सेंसरशिप की ये हालत थी कि बिना स्वीकृति कुछ भी छापा नहीं जा सकता था. भारत के लोगों ने लोकतांत्रित तरीके से ही आपातकाल को हटाकर, वापस लोकतंत्र की स्थापना की.’
मोदी ने कहा, ‘तानाशाही की मानसिकता को, तानाशाही वृति-प्रवृत्ति को लोकतांत्रिक तरीके से पराजित करने का ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है.’
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शायद ही कोई हो जिसने आकाश से जुड़ी कल्पनाएं न की हों
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों की उपलब्धियों की चर्चा की. स्पेस सेक्टर, जल संरक्षण, खेल से लेकर स्टार्ट अप के बारे में युवाओं द्वारा किए जा रहे प्रयासों को उन्होंने सराहा.
मोदी ने कहा कि हममें से शायद ही कोई हो जिसने अपनी जिंदगी में आकाश से जुड़ी कल्पनाएं न की हों. युवाओं के लिए आकाश को छूना सफलता का पर्याय होता है.
उन्होंने कहा, ‘बीते कुछ समय में हमारा देश में स्पेस सेक्टर में काफी काम हुआ है. ‘इनस्पेस’ नाम की एक एजेंसी की शुरुआत हुई है. इसने हमारे देश के युवाओं को आकर्षित किया है.’
मोदी ने कहा कि आज से कुछ साल पहले स्पेस सेक्टर में स्टार्ट अप के बारे में कोई सोचता भी नहीं था लेकिन आज ऐसे स्टार्ट अप की संख्या सौ से ज्यादा हो चुकी है.
उन्होंने बताया, एक स्टार्ट अप के तहत तो स्पेस कचरे के समाधान के लिए भी काम किया जा रहा है. 30 जून को ‘दिगंतरा’ स्टार्ट अप का लांच होने वाला है.’
मोदी ने कहा कि देश का युवा आकाश छूने को तैयार हैं. हमने स्पेस रिफार्म्स भी बीते सालों में किए हैं.
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खेल में भारतीयों का दबदबा बढ़ रहा है: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि खेल जगत में भारतीय खिलाड़ियों का दबदबा बन रहा है, साथ ही नए-नए भारतीय खेल भी शामिल हो रहे हैं. उन्होंने बताया, ‘भारत में ऐसे खेल का अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट होने जा रहा है जिसकी शुरुआत भारत से ही हुई थी. शतरंज ओलंपियाड जुलाई में शुरू होगी.’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते दिनों ओलंपिक विजेता नीरज चोपड़ा ने एक के बाद एक कीर्तिमान स्थापित किए हैं. उन्होंने अपने ही जेवलिन थ्रो का रिकॉर्ड तोड़ा है. खराब मौसम के बावजूद उन्होंने हाल ही में गोल्ड मेडल जीता है.
मोदी ने कहा कि हाल ही में हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स में कई रिकॉर्ड बने जिसमें ज्यादातर कीर्तिमान महिला खिलाड़ियों ने बनाए हैं. उन्होंने कहा कि इसके जरिए कई ऐसी प्रतिभा उभरी है जो साधारण जगहों से आए हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की सबसे प्रतिभाशली महिला क्रिकटरों में से एक मिताली राज के रिटायरमेंट ने लोगों को भावुक कर दिया है. वो कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत रही हैं.
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‘जल संरक्षण वास्तव में जीवन संरक्षण है’
प्रधानमंत्री ने कहा कि मिजोरम के आइजोल में चिते लुई नदी के संरक्षण को लेकर बीते कुछ सालों से काम हो रहा है. नदी के संरक्षण प्लान ने ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की दिशा में आगे बढ़ाया है. उन्होंने बताया कि नदी से निकले कचरे से मिजोरम के एक गांव में राज्य की पहली प्लास्टिक रोड बनाई गई है.
मोदी ने कहा, ‘ऐसे प्रयास प्रेरणादायी तो हैं ही बल्कि सिंगल यूज प्लास्टिक की दिशा में भारत के प्रयासों को बल भी देते हैं.’
उन्होंने कहा कि हमारा पर्यावरण, समुद्र, जंगल अगर बेहतर होंगे तो हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा.
उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में मानसून का विस्तार हो रहा है. ये समय जल संरक्षण की दिशा में काम करने का है. हमारा समाज सदियों से ऐसा करता रहा है. जल संरक्षण वास्तव में जीवन संरक्षण है. आजकल कितने ही नदी महोत्सव होने लगे हैं. आपके शहर में जो भी जलस्त्रोत हैं वहां कुछ न कुछ महोत्सव जरूर करें.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि सतत चलते रहना और गतिशील बने रहना हमारे स्वभाव का हिस्सा है. एक राष्ट्र के रूप में हमने एक लंबा सफर तय किया है, समाज के रूप में हमने बदलाव देखे हैं. इसके पीछे सांस्कृतिक कारण हैं.
मोदी ने कहा कि तीर्थ यात्राएं गरीबों की सेवा करने का मौका देता है और ये गरीबों की बेहतरी के काम आती है. उन्होंने कहा, ‘आप ऐसी यात्राओं पर जाएंगे तो आप एक भारत, श्रेष्ठ भारत का अनुभव करेंगे.’
साथ ही प्रधानमंत्री ने लोगों से प्रीकॉशन डोज लेने की सलाह दी और कहा कि बारिश के मौसम में आसपास होने वाली बीमारियों से भी बचें.
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