scorecardresearch
गुरूवार, 15 मई, 2025
होमदेशमणिपुर पुलिस ने मेइती समुदाय को धमकी देने वाले कुकी समूह के अस्तित्व से इनकार किया

मणिपुर पुलिस ने मेइती समुदाय को धमकी देने वाले कुकी समूह के अस्तित्व से इनकार किया

Text Size:

इम्फाल, 15 मई (भाषा) मणिपुर पुलिस ने कथित संगठन ‘कुकी जो विलेज वॉलंटियर्स ईस्टर्न जोन’ (केजेडवीवी-ईजेड) के अस्तित्व से इनकार किया है, जिसने आगामी ‘शिरुई लिली महोत्सव’ के दौरान मेइती समुदाय के लोगों को कुकी-बहुल इलाकों में प्रवेश करने से मना करते हुए धमकी दी थी।

पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘मणिपुर पुलिस के संज्ञान में आया है कि 11 मई 2025 की तारीख वाला एक प्रेस नोट सोशल मीडिया और स्थानीय मीडिया में प्रसारित हो रहा है, जिसे ‘कुकी जो विलेज वॉलंटियर्स ईस्टर्न जोन’ नामक एक अज्ञात संगठन ने जारी किया है। इस नोट में आगामी शिरुई महोत्सव के दौरान मेइती समुदाय के लोगों को कुकी-आबादी वाले क्षेत्रों में प्रवेश न करने की चेतावनी दी गई है।’’

बयान में कहा गया, ‘‘जिला पुलिस द्वारा की गई जांच में ऐसा कोई संगठन अस्तित्व में नहीं पाया गया है। आमजन से अनुरोध किया जाता है कि वे इस अज्ञात संगठन द्वारा जारी आधारहीन और बेबुनियाद बयान पर विश्वास न करें।’’

पुलिस ने कहा कि शिरुई महोत्सव के दौरान आम जनता की स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।

पुलिस ने यह भी अपील की कि महोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए आमजन पुलिस के साथ सहयोग करें।

शिरुई महोत्सव राज्य के पुष्प ‘शिरुई लिली’ के सम्मान में आयोजित किया जाता है, जो तंगखुल नागा-बहुल उखरूल जिले की पहाड़ियों में पाया जाता है। यह महोत्सव 20 मई से 24 मई तक आयोजित किया जाएगा।

इस बीच नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड ( एनएससीएन ) ने एक बयान में कथित कुकी संगठन के निर्देशों को ‘‘उकसाने वाला’’ और ‘‘अपमानजनक’’ बताया है।

बयान में कहा गया, ‘‘यदि केजेडवीवी-ईजेड पर्यटकों को परेशान करने या किसी विशेष समुदाय को निशाना बनाने की कोशिश करता है, तो एनएससीएन इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। यह स्पष्ट कर दिया जाए कि तथाकथित ‘कुकीलैंड’ का क्षेत्रीय अधिकार उखरूल में नागा क्षेत्र का एक इंच भी नहीं है।’’

दूसरी ओर, कुकी समूह ‘विलेज वॉलंटियर्स ईस्टर्न जोन’ ने स्पष्ट किया है कि उसका ‘कुकी जो विलेज वॉलंटियर्स ईस्टर्न जोन’ से कोई संबंध या जुड़ाव नहीं है।

मई 2023 से इम्फाल घाटी के मेइती समुदाय और आसपास की पहाड़ियों में रहने वाले कुकी-जो समूहों के बीच जारी जातीय हिंसा में अब तक 250 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं।

भाषा राखी नरेश

नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments