कोलकाता, 31 मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाषा) के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता अनुब्रत मंडल से जुड़े मामले में नरमी बरत रही है। एक पुलिस अधिकारी के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान कथित तौर पर ‘अपमानजनक और गाली-गलौज’ की भाषा का इस्तेमाल करने के संबंध में शनिवार को समन भेजे जाने के बावजूद पुलिस के समक्ष मंडल के पेश नहीं होने पर शुभेंदु ने ये आरोप लगाए।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार होती, तो मंडल जैसे अपशब्द बोलने वाले और गाली-गलौज करने वाले व्यक्ति को कॉलर पकड़कर घसीटते हुए पुलिस थाने लाकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता।
उन्होंने आरोप लगाया कि मंडल ने अधिकारी के परिवार की महिला सदस्यों के बारे में घृणित टिप्पणी करके राज्य की महिलाओं का अपमान किया था।
‘‘अगर आप आईसी लिटन हलदर के साथ हुई बातचीत को सुनेंगे, तो आपको घृणा महसूस होगी कि राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी के एक वरिष्ठ राजनेता द्वारा ऐसे शब्द कैसे कहे जा सकते हैं। यह दर्शाता है कि तृणमूल कांग्रेस वास्तव में महिलाओं को कैसे नीची नजर से देखती है। यह घटना दर्शाती है कि पार्टी कैसे अनुब्रत जैसे गुंडे लोगों को कानून के हाथों से बचाती है। पहले से ही इस मुद्दे को रफा-दफा करने और यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि उन्हें कड़ी सजा न मिले।’’
पूर्व कांग्रेस सांसद और पूर्व डब्ल्यूबीपीसीसी अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘‘अनुब्रत को खींचकर पुलिस थाने ले जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि घटना के 48 घंटे बीत जाने के बावजूद प्रशासन ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, यह निंदनीय है।
टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, ‘‘हम दोहराते हैं कि अनुब्रत मंडल ने एक पुलिस अधिकारी के साथ बातचीत में आपत्तिजनक, घृणित टिप्पणी की और महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। हमने उनके कृत्य की निंदा की और उनसे माफी मांगने के लिए कहा, और उन्होंने माफी मांग ली है। उनके खिलाफ जो भी कानूनी कार्रवाई की गई है, हम उस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, यह कानून के अनुसार होगी।’’
मंडल के एक वकील ने कहा, ‘‘मंडल अस्वस्थ हैं और आज पेश नहीं हो सके।’’
एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई थी, जिसमें कथित तौर पर मंडल की आवाज है। क्लिप में बीरभूम के ताकतवर नेता माने जाने वाले मंडल एक थाना प्रभारी (आईसी) को फोन पर कथित तौर पर धमकी देते हुए सुनाई दे रहे हैं। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक एवं अपमानजनक टिप्पणियां भी कीं।
‘पीटीआई-भाषा’ क्लिप की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
पुलिस अधीक्षक अमनदीप ने बताया कि मंडल के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
भाषा संतोष माधव
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