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Friday, 15 November, 2024
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यूक्रेन में फंसे महाराष्ट्र के छात्रों ने उन्हें निकालने की कोशिशें तेज करने की सरकार से अपील की

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औरंगाबाद (महाराष्ट्र), 28 फरवरी (भाषा) यूक्रेन के खार्किव शहर में युद्ध जारी रहने के बीच वहां फंसे कई भारतीय छात्रों ने उन्हें निकालने की कोशिशें तेज करने की भारत सरकार से अपील की है। वे लोग वहां भोजन और पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

उत्तर पूर्व यूक्रेन में स्थित खार्किव में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे महाराष्ट्र के कम से कम तीन छात्रों ने बताया कि किस तरह उन्हें पानी के एक डिब्बे के लिए लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ना, बंकर में रहना पड़ा और बम विस्फोटों के बीच खाने की सामग्री लाने के लिए अपनी जान खतरे में डालनी पड़ी।

राज्य के पालघर से मेडिकल के प्रथम वर्ष के छात्र रीतिक बापूलोहार ने कहा कि वह कुछ ही महीने पहले खार्किव शहर पहुंचा था।

उसने मराठी समाचार चैनल से कहा, ‘‘हम बम विस्फोट सुन सकते हैं जो खार्किव में हमारे मौजूदा ठिकाने से करीब 500 मीटर के दायरे में हो रहे हैं। हम मूलभूत जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। करीब 500 छात्र पिछले चार दिनों में दो बंकर में रह रहे हैं।’’

छात्र ने कहा, ‘‘स्थिति तेजी से बदतर हो रही है। मैं भारत सरकार से हमें फौरन बहार निकालने की अपील करता हूं।’’

पश्चिम महाराष्ट्र के सांगली की रहने वाली ऐश्वर्या पाटिल नाम की छात्रा ने कहा कि खार्किव स्थित उसके छात्रावास में पेयजल का भंडार खत्म हो गया है।

उसने कहा, ‘‘हम पीने के लिए अभी सोडा वाटर का उपयोग कर रहे हैं। दो किमी लंबी कतार में खड़े रहने के बाद हमें पांच लीटर पानी मिल पाता है। हम खाने की वस्तुएं खरीदने के लिए बाहर निकलकर बहुत जोखिम ले रहे रहे हैं। हम छिप रहे हैं क्योंकि यहां बम विस्फोट हो रहे हैं। ’’

छात्रा ने कहा, ‘‘हमे कहा गया था कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध नहीं होगा, लेकिन यह शुरू हो गया। भारत सरकार को रूसी सरकार से संपर्क करना चाहिए और हमे यहां से बाहर निकालना चाहिए। ’’

सांगली की शिवांजली यादव ने कहा कि छात्रों और अन्य भारतीयों को खार्किव में बंकर में रहने को कहा गया है लेकिन ‘‘हमारे पास खाने-पीने की चीजें पर्याप्त मात्रा में नहीं हैं। ’’

उसने दावा किया कि भारतीय दूतावास से उपयुक्त जवाब नहीं मिल रहा है।

भाषा

सुभाष उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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