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Tuesday, 16 December, 2025
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महाराष्ट्र: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ के पास प्रस्तावित यात्री जेटी को मंजूरी दी

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मुंबई, पांच जून (भाषा) महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने मुंबई में ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ के पास एक नए यात्री जेटी के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

एक सप्ताह पहले उच्चतम न्यायालय ने परियोजना पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद एमपीसीबी का यह फैसला आया है।

एमपीसीबी ने बुधवार को महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड (एमएमबी) को भेजे एक संदेश में दक्षिण मुंबई के कोलाबा इलाके स्थित रेडियो क्लब में 229 करोड़ रुपये की लागत वाली जेटी और टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण को मंजूरी दे दी।

महाराष्ट्र के बंदरगाह विकास मंत्री नितेश राणे ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार परियोजना के समय पर क्रियान्वयन के लिए ‘दृढ़ और निश्चित कदम’ उठा रही है।

उन्होंने कहा, “हम जनहित में विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

प्रस्तावित जेटी परियोजना को स्थानीय निवासियों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने इस परियोजना से विरासत परिसर को संभावित नुकसान होने और भीड़ बढ़ने की चिंता जताई है।

स्थानीय लोग ‘रेडियो क्लब’ और प्रतिष्ठित ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ के बीच प्रेम रामचंदानी मार्ग पर अवैध पार्किंग के मुद्दे को पहले ही उठा चुके हैं तथा उन्हें डर है कि नयी सुविधा से स्थिति और खराब हो सकती है।

जेटी का विरोध कर रहे 400 से अधिक निवासियों का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘क्लीन एंड हेरिटेज कोलाबा रेजिडेंट्स एसोसिएशन’ (सीएचसीआरए) ने निर्माण को रोकने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

उच्च न्यायालय ने पिछले महीने परियोजना को जनहित में बताते हुए यात्री जेटी के निर्माण कार्य पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।

उच्चतम न्यायालय ने भी 27 मई को उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था।

प्रधान न्यायाधीश बीआर गवई ने कहा था, “शहर के लिए कुछ अच्छा हो रहा है। हर कोई ‘कोस्टल रोड’ का विरोध कर रहा था। अब आप देख सकते हैं कि इन सड़कों का क्या लाभ है। दक्षिण मुंबई से एक व्यक्ति 40 मिनट में वर्सोवा पहुंच सकता है। पहले इसमें तीन घंटे लगते थे।”

भाषा जितेंद्र देवेंद्र

देवेंद्र

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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