पालघर, दो जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक बिल्डर को कथित तौर पर धमकाने और उसे आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में बुधवार को दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि यहां नालासोपारा इलाके में मंगलवार को बिल्डर जयप्रकाश चव्हाण अपने आवास में फंदे से लटका मिला था और उसके द्वारा छोड़े गए सुसाइड नोट में उसने कथित रूप से पुलिस के दो कांस्टेबल और उनके सहयोगी एक दलाल द्वारा उसे परेशान किए जाने की पूरी जानकारी विस्तृत रूप से लिखी थी।
पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया है कि तीनों व्यक्तियों ने चव्हाण को धमकाया, अपमानित किया और वित्तीय मामलों को लेकर दबाव डाला।
सुसाइड नोट और बिल्डर की बेटी के अनुसार, उन्होंने एक परियोजना के लिए आरोपी से 33 लाख रुपये उधार लिए थे।
कुल राशि में से 32 लाख रुपए का भुगतान पहले ही आरोपी को कर दिया था। बिल्डर की बेटी ने मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए आरोप लगाया कि ऋण की सामान्य किस्त चुकाने के बजाय चव्हाण पर पुलिस कर्मियों के नाम पर चार फ्लैट रजिस्टर करने का दबाव बनाया गया।
बिल्डर की बेटी ने आरोप लगाया, ‘‘मेरे पिता बहुत तनाव में थे। उन्हें दो पुलिसकर्मी और उनके दलाल लगातार धमका रहे थे।’’
शुरू में अचोले थाने में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया था और बाद में बिल्डर के परिजन ने शिकायत दर्ज करवाई।
मीरा भयंदर-वसई विरार, जोन-2 के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पूर्णिमा चौगुले श्रृंगी ने बताया कि शिकायत के आधार पर दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 351(2) (आपराधिक धमकी), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 3(5) (सामान्य इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
भाषा यासिर माधव
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