प्रयागराज (उप्र), 25 नवंबर (भाषा) महाकुम्भ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन और बस अड्डे पर ही त्रिवेणी का पावन जल उपलब्ध होगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इन जगहों पर त्रिवेणी का जल उपलब्ध कराने का जिम्मा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सौंपा है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के उपायुक्त राजीव कुमार सिंह के मुताबिक, महाकुम्भ को देखते हुए यह विशेष व्यवस्था सरकार के निर्देश पर की जा रही है तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह ‘स्टार्ट अप’ शुरू किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह की 1,000 से अधिक महिलाओं को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और अन्य धार्मिक स्थानों पर गंगाजल की बिक्री का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सिंह ने बताया कि त्रिवेणी का जल धातु से बने कलश और बोतलों में होगा जिसे खूबसूरत और सुरक्षित आधार प्रदान करने के लिए मूंज (एक प्रकार की घास) की डिजाइनर डलियों में पैक किया जाएगा। उनके मुताबिक मूंज के उत्पाद प्रयागराज के एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) में शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि नैनी के महेवा गांव में मूंज के उत्पाद बनाने वाली महिलाओं ने इसके लिए डिजाइनर डलिया बनाई हैं। उनके अनुसार त्रिवेणी का जल एक लीटर, आधा लीटर और 250 मिली के पैकिंग में होंगी।
सिंह ने कहा कि प्रयागराज में तीन पावन नदियों– गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का मिलन होता है, इसी वजह से यहां के इस पवित्र जल का विशिष्ट महत्व है। उनका कहना था कि माघ मेला, कुम्भ और महाकुम्भ में यहां लोग स्नान करने आते हैं और अपने साथ संगम का जल ले जाते हैं।
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राजकुमार
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