भोपाल, नौ मई (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना लागू करने के लिए महाराष्ट्र के साथ सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी।
यादव ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि केन-बेतवा और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजनाओं के बाद, ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना पर काम किया जाएगा, क्योंकि सभी बाधाएं दूर हो गई हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि शनिवार को राज्य की राजधानी में यादव और महाराष्ट्र के उनके समकक्ष देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ताप्ती बेसिन मेगा रिचार्ज परियोजना दुनिया की सबसे बड़ी भू-पुनर्भरण परियोजना है, जिसके माध्यम से नदी की तीन धाराएं बनाई जाएंगी और हर बूंद का उपयोग कृषि भूमि की सिंचाई के लिए किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मेगा रिचार्ज योजना में 31.13 टीएमसी पानी का उपयोग किया जाएगा, जिसमें से 11.76 टीएमसी मध्यप्रदेश और 19.36 टीएमसी महाराष्ट्र को मिलेगा।
अधिकारी ने कहा कि प्रस्तावित बांधों और नहरों के माध्यम से मध्यप्रदेश में 3,362 हेक्टेयर भूमि का उपयोग किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से कोई भी गांव प्रभावित नहीं होगा और पुनर्वास की आवश्यकता नहीं होगी।
यादव ने कहा, ‘जिस तरह हमने हाल ही में राजस्थान के साथ पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना पर काम शुरू किया है, उसी तरह उत्तर प्रदेश के साथ केन-बेतवा नदियों को जोड़ने की बड़ी राष्ट्रीय परियोजना पर काम किया जा रहा है। हमने अब इस तीसरी राष्ट्रीय नदी जल परियोजना के लिए महाराष्ट्र के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है, जो महाराष्ट्र के उत्तरी क्षेत्र और मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्सों को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराएगी।’
उन्होंने कहा कि रिचार्ज परियोजना छिंदवाड़ा जिले को सिंचाई के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करेगी और महाराष्ट्र के नागपुर जैसे बड़े शहरों में पेयजल की समस्या का समाधान करेगी।
भाषा दिमो नरेश जोहेब
जोहेब
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