भोपाल: भारत के “टाइगर स्टेट” के नाम से मशहूर मध्य प्रदेश को वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मिली है. 10 मार्च को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिवपुरी जिले में राज्य के नौवें टाइगर रिजर्व, माधव टाइगर रिजर्व का उद्घाटन किया.
कुल 375.23 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस रिजर्व में 32,429.52 हेक्टेयर आरक्षित वन, 2,422 हेक्टेयर संरक्षित वन और 2,671.82 हेक्टेयर राजस्व भूमि शामिल है. मध्य प्रदेश में देश के 20% बाघ रहते हैं, 2022 की नवीनतम जनगणना में राज्य में 785 बाघ दर्ज किए गए हैं. केंद्र सरकार हर चार साल में देश भर में बाघों की जनगणना कराती है.
मध्य प्रदेश के नौ बाघ अभयारण्य
माधव बाघ अभयारण्य के जुड़ने के साथ ही मध्य प्रदेश में अब नौ बाघ अभयारण्य हो गए हैं:
कान्हा बाघ अभयारण्य (1973)
पेंच बाघ अभयारण्य (1992)
पन्ना बाघ अभयारण्य (1993-94)
बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य (1993-94)
सतपुड़ा बाघ अभयारण्य (1999-2000)
संजय बाघ अभयारण्य (2011)
वीरांगना दुर्गावती बाघ अभयारण्य (2023)
रतापानी बाघ अभयारण्य (2024)
माधव बाघ अभयारण्य (2025)
पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा
उद्घाटन के दौरान, मुख्यमंत्री यादव ने जोर देकर कहा कि यह चंबल क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, उन्होंने “नौवें बाघ अभयारण्य के अमूल्य उपहार” के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.
उन्होंने वन संरक्षण के माध्यम से वन्यजीव पर्यटन और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए राज्य की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला.
यादव ने कहा, “मध्य प्रदेश में प्रचुर मात्रा में वन संपदा और वन्यजीव हैं. चंबल क्षेत्र में कुनो राष्ट्रीय उद्यान चीतों का घर है, चंबल नदी में घड़ियाल हैं और अब माधव राष्ट्रीय उद्यान बाघों का केंद्र बनेगा. इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, रोजगार पैदा होगा और ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में विकास के नए रास्ते खुलेंगे.”
इस रिजर्व का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की जयंती पर किया गया.
आभार व्यक्त करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “माधव टाइगर रिजर्व के जुड़ने से कुनो और माधव रिजर्व का संयुक्त क्षेत्रफल 3,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक हो जाएगा, जिससे चंबल क्षेत्र में वन्यजीव पर्यटन को मजबूती मिलेगी.”
भारत में बाघों की आबादी राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) की नवीनतम जनगणना के अनुसार, मध्य प्रदेश 785 बाघों के साथ देश में सबसे आगे है, इसके बाद कर्नाटक (563) और उत्तराखंड (560) का स्थान है. माधव टाइगर रिजर्व के शुभारंभ के साथ, मध्य प्रदेश ने भारत के टाइगर राज्य के रूप में अपना खिताब बरकरार रखा है, तथा वन्यजीव संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया है.