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Monday, 7 October, 2024
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मध्यप्रदेश: त्रुटिपूर्ण सर्वेक्षण के कारण महू-खंडवा रेल मार्ग का गेज बदलने का काम पिछड़ा

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इंदौर, चार मार्च (भाषा) पश्चिम रेलवे के एक शीर्ष अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि मध्यप्रदेश के महू-खंडवा रेल मार्ग को मीटर गेज से ब्रॉड गेज में बदलने की परियोजना की कमियां दूर करने के लिए नये सिरे से सर्वेक्षण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस अहम रेल परियोजना का निर्माण कार्य अगले तीन-चार साल में पूरा होने की उम्मीद है।

गौरतलब है कि इस परियोजना की कवायद पिछले डेढ़ दशक से चल रही है, लेकिन अब तक इसके सर्वेक्षण का काम पूरा नहीं हो सका है।

पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने इंदौर में संवाददाताओं को बताया,‘‘अगर महू-खंडवा गेज परिवर्तन परियोजना के पुराने सर्वेक्षण के आधार पर लाइन बदली जाती तो रेलों को तेज ढलान से होकर गुजरना पड़ता। इससे रेल यातायात में बाधाएं पैदा होतीं। इसलिए रेलवे बोर्ड स्तर पर हुई समीक्षा के बाद हम नये सिरे से सर्वेक्षण करा रहे हैं।’’

उन्होंने बताया कि दोबारा सर्वेक्षण कराने के लिए ठेका दिया जा चुका है और सर्वेक्षण का काम मई तक पूरा हो जाएगा।

रेल गतिविधियों के निरीक्षण के लिए इंदौर आए लाहोटी ने कहा,‘‘सर्वेक्षण पूरा होने के बाद महू-खंडवा गेज परिवर्तन परियोजना के तहत निर्माण का ठेका दिया जाएगा। निर्माण कार्य पूरा होने में तीन से चार साल का समय लगेगा।’’

उन्होंने बताया कि ब्रॉड गेज वाला नया महू-खंडवा रेल मार्ग पहाड़ी इलाकों में कुल 11 किलोमीटर लम्बी 13 सुरंगों से होकर गुजरेगा और इस मार्ग के निर्माण के लिए वन विभाग से भी कुछ भूमि लिए जाने की दरकार है।

जानकारों ने बताया कि इस मार्ग के गेज परिवर्तन के बाद दक्षिण के राज्यों से मध्यप्रदेश के रेल संपर्क में बड़ा इजाफा होगा।

महाप्रबंधक ने बताया कि इंदौर और उज्जैन के बीच रेल मार्ग के दोहरीकरण का काम अगले वित्त वर्ष तक पूरा होने की उम्मीद है।

लाहोटी ने यह भी बताया कि सनावद से इटारसी के बीच डेमू ट्रेन चलाने की योजना अंतिम चरण में पहुंच गई है।

भाषा हर्ष

शोभना

शोभना

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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