इंदौर, 18 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश में कोविड-19 की तीसरी लहर के जोर पकड़ने के बीच इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) ने मंगलवार से अपनी ऑफलाइन परीक्षाएं बहाल कर दीं।
अधिकारियों ने बताया कि इंदौर समेत पश्चिमी मध्यप्रदेश के आठ जिलों में महीने भर तक चलने वाली इन परीक्षाओं में करीब 40,000 विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं।
उधर, कांग्रेस से जुड़ा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) परीक्षा केंद्रों में उम्मीदवारों के संक्रमित होने के खतरे का हवाला देते हुए डीएवीवी की ऑफलाइन परीक्षाओं का विरोध कर रहा है।
डीएवीवी के परीक्षा नियंत्रक अशेष तिवारी ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया,‘‘हमारी ऑफलाइन परीक्षाओं में मंगलवार को तीन पालियों में करीब 98 प्रतिशत उम्मीदवार उपस्थित हो रहे। हम परीक्षा केंद्रों में कोविड-19 से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ये परीक्षाएं आयोजित कर रहे हैं।’’
उन्होंने बताया कि डीएवीवी प्रशासन पहले ही आदेश जारी कर चुका है कि परीक्षा काल के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित उम्मीदवारों के लिए बाद में अलग से परीक्षा आयोजित की जाएगी, लेकिन इसके लिए उन्हें अपने संक्रमित होने का प्रमाणपत्र संबंधित महाविद्यालय में पेश करना होगा।
तिवारी ने कहा, ‘‘अब तक केवल तीन-चार उम्मीदवारों ने हमें उनके संक्रमित होने की जानकारी दी है।’’
उधर, एनएसयूआई के विश्वविद्यालय प्रभारी विकास नंदवाना ने आरोप लगाया कि डीएवीवी प्रशासन विद्यार्थियों की जान से खिलवाड़ करते हुए ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया,‘‘डीएवीवी ने परीक्षा केंद्रों में सैनिटाइजर और उम्मीदवारों का बुखार जांचने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की है। इन केंद्रों में शारीरिक दूरी बनाए रखने की हिदायत का पालन भी नहीं किया जा रहा है।’’
भाषा हर्ष मनीषा धीरज
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