लेह, 12 मार्च (भाषा) लद्दाख के उपराज्यपाल आर. के. माथुर ने इस केंद्र शासित प्रदेश के सभी गांवों में ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) पर आधरित कनेक्टिविटी पर जोर दिया है।
उन्होंने सेवा प्रदाताओं को समूचे लद्दाख में मोबाइल टावर और डिजिटल कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि उपराज्यपाल लद्दाख में दूरसंचार से संबंधित मुद्दों और चिंताओं की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित एक बैठक में बोल रहे थे।
उपराज्यपाल ने लद्दाख की 193 ग्राम पंचायतों को नेशनल ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क (एनओएफएन) से जोड़ने की योजना में प्रगति की समीक्षा की। ये ग्राम पंचायतें फिलहाल वीसैट आधारित प्रणाली से जुड़ी हैं।
उन्होंने भारतनेट परियोजना के तहत स्थापित वीसैट से निम्न बैंडविथ की शिकायत पर विचार-विमर्श किया और इस परियोजना के तहत ऑप्टिकल फाइबर केबल आधारित कनेक्टिविटी की आवश्यकता पर बल दिया। इस मामले में उन्होंने बीएसएनएल, बीबीएनएल और यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) से आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
प्रवक्ता के अनुसार, माथुर ने भारत संचार निगम लिमिटेड पर (उपभोक्ताओं के) भरोसे में सुधार के लिए फाइबर नेटवर्क को बढ़ाने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने बताया कि बीएसएनएल के अधिकारियों ने बैठक में सूचित किया कि द्रास से करगिल मार्ग पर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने का काम प्रगति पर है।
उपराज्यपाल ने लद्दाख के कठिन पहुंच वाले इलाकों, खासकर डेमचोक को कनेक्ट करने के लिए जियो द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की है।
भाषा सुरेश दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.