होशियारपुर, 23 अगस्त (भाषा) पंजाब के मंडियाला और आसपास के गांवों के कई निवासियों ने एलपीजी टैंकर विस्फोट मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर शनिवार को होशियारपुर-जालंधर मार्ग पर धरना दिया तथा तीन घंटे से अधिक समय तक यातायात अवरुद्ध किया।
होशियारपुर-जालंधर मार्ग पर मंडियाला अड्डा के पास शुक्रवार रात करीब 10 बजे एक वाहन से टक्कर के बाद एलपीजी टैंकर में हुए विस्फोट में दो लोगों की मौत हो गई थी और 21 अन्य घायल हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि मंडियाला अड्डा क्षेत्र में आग तेजी से फैली और उसने आसपास की लगभग 15 दुकानों तथा चार से पांच मकानों को अपनी चपेट में ले लिया।
ग्रामीणों ने शनिवार सुबह करीब आठ बजे मंडियाला गांव में धरना शुरू किया, जिससे यातायात प्रभावित होने लगा। जैसे-जैसे आसपास के गांवों के लोग भी शामिल होते गए, जाम की स्थिति गंभीर हो गई।
बाद में उप मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) गुरसिमरनजीत कौर मौके पर पहुंचीं और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को घोषणा की कि मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री रवजोत सिंह, विधायक ब्रम शंकर जिम्पा और होशियारपुर की उपायुक्त आशिका जैन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन पीड़ितों के साथ है।
सिंह और जिम्पा शुक्रवार रात घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि प्रशासन पीड़ितों और उनके परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रहा है।
वहीं, जैन ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद राजमार्ग के उस हिस्से को बंद कर दिया गया और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम को हालात पर नजर रखने के लिए तैनात किया गया।
उन्होंने नसराला डिपो अधिकारियों को गैस रिसाव की जांच करने के निर्देश भी दिए।
घायलों में से राघव (20) ने कहा, ‘‘हमने तेज धमाके की आवाज सुनी। जैसे ही हम गेट की ओर भागे, अचानक लपटों ने हमें घेर लिया।’’
हादसे में राघव और उसकी मां सुखजीत कौर गंभीर रूप से झुलस गए।
मध्यप्रदेश के ग्वालियर के मूल निवासी भगवान दास (53) ने कहा, ‘‘मेरी पत्नी और तीन बच्चे सो रहे थे, तभी अचानक मेरा कमरा आग की लपटों से घिर गया। हम सब बुरी तरह से झुलस गए।’’
मंडियाला के गुरमुख सिंह (56) ने बताया, ‘‘मैं नहा रहा था, तभी विस्फोट हुआ। अचानक लपटों ने हमें घेर लिया। मेरी पत्नी, बेटी और बहू झुलस गईं। किसी तरह मैंने पोते को कंबल में लपेटकर बचाया।’’
सर्जन डॉ. पवन कुमार ने बताया कि आग में झुलसने वाले 21 लोगों को सरकारी अस्पताल, होशियारपुर में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि इनमें से 13 लोगों को निजी अस्पताल ले जाया गया, जिनमें चार की हालत गंभीर है।
कुमार के अनुसार, तीन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को सरकारी अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जबकि एक अन्य ने निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
बुलोवाल थाना प्रभारी मनिंदर सिंह ने बताया कि घटना के सिलसिले में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या) और 324(4) (संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाली शरारत) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्राथमिकी के मुताबिक, एलपीजी टैंकर राम नगर ढेहा लिंक रोड की ओर मुड़ रहा था, तभी उसकी टक्कर सब्जियों से लदी एक पिकअप वाहन से हो गई। इसके बाद दोनों वाहनों में आग लग गई, जो आसपास की दुकानों तथा मकानों तक फैल गई।
अधिकारियों ने बताया कि टैंकर और पिकअप वाहन के चालकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि मृतकों की शिनाख्त किया जाना भी बाकी है।
भाषा राखी पारुल
पारुल
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